बीईओ कार्यालय में डाली जा रही मिट्टी, जलभराव से मिलेगा छुटकारा
बीईओ कार्यालय छावनी में बरसात के दिनों में होने वाले जलभराव की स्थिति से छुटकारा मिलने वाला है।
जागरण संवाददाता, अंबाला: बीईओ कार्यालय छावनी में बरसात के दिनों में होने वाले जलभराव की स्थिति से छुटकारा मिलने वाला है। कार्यालय के परिसर में मलबा डालने का काम किया जा रहा है। मलबा डलने के बाद परिसर में जलभराव की स्थिति नहीं होगी। अक्सर मानसून के समय में कार्यालय के अंदर जमा बरसाती पानी ना केवल स्टाफ बल्कि काम करवाने के लिए पहुंचने वाले विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बनता था। इस कार्य के लिए कोई बजट तैयार नहीं हुआ बल्कि सेंट्रल लाइब्रेरी की जगह निर्माणाधीन लघु सचिवालय की मिट्टी को डाला जा रहा है। भवन को गिराने के बाद जो मिट्टी निकल रही है उसे कार्यालय परिसर में डाला जा रहा है। बता दें कि छावनी में ब्लॉक टू कार्यालय काफी पुराना है। जिस कारण निकासी लेवल के कोई इंतजाम ही नहीं है। यही अव्यवस्था बरसात के दिनों में तो स्टाफ व अभिभावकों के लिए परेशानी बन जाती है। परिसर के अंदर ही खाली जगह में करीब दो-दो फीट तक पानी भर जाता है। कई बार तो स्टाफ व अभिभावक गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। जब भी बीईओ कार्यालय की बिल्डिंग मरम्मत के फंड की बात की जाती है तो मामला अधर में लटक जाता है। लेकिन अब थोड़ी राहत मिलेगी।