पैसा खर्चने के बावजूद दो कॉलोनियों में पानी का संकट
छावनी की दो कॉलोनियों में जलापूर्ति विभाग ने पानी संकट को दूर करने के लिए पैसा खर्च कर दिया लेकिन पानी का संकट बरकरार है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी की दो कॉलोनियों में जलापूर्ति विभाग ने पानी संकट को दूर करने के लिए पैसा खर्च कर दिया, लेकिन पानी का संकट बरकरार है। आउटर रोड पर नहरी पाइप लाइन से जोड़ी गई चार इंच की नई पाइप लाइन से भी दीना की मंडी और किशन चंद अहाते में बुधवार शाम तक पानी नहीं पहुंच पाया है। अब जलापूर्ति विभाग तीसरी जगह से दोनों कॉलोनियों की पाइप लाइन को जोड़ने का काम करेगा।
उक्त दोनों कॉलोनियों में बीते तीन माह से जल का संकट पैदा हो रखा है। लोगों के विरोध और शिकायतों के बाद करीब पांच दिन पहले नई पाइप लाइन डालने का काम ठेकेदार के जरिए शुरू हुआ था जो मंगलवार शाम को खत्म हो गया। लोगों को उम्मीद जगी थी कि मंगलवार देर रात या बुधवार सुबह पीने का पानी नलों में आने की उम्मीद लोगों में जगी थी। लेकिन नल में पानी उम्मीद के मुताबिक कम आने से एक बार फिर से लोगों में मायूसी का आलम है। ऐसे में विभाग के कार्यप्रणाली ही संदेह के घेरे में हैं, क्योंकि नहरी पानी योजना के तहत आउटर रोड में डाली गई पाइप लाइन में पानी का पूरा प्रेशर है, लेकिन यह प्रेशर 600 मीटर की दूरी पर स्थित दीना की मंडी में डाली गई नई पाइप लाइन से भी नहीं पहुंच पाया है। ऐसे में सवाल नई पाइप लाइन का लेवल पर उठ रहे हैं। इसका कारण भी विभाग अब तीसरी जगह से पाइप लाइन जोड़ने पर पैसा खर्च करने जा रहा है। बता दें कि विभाग ने बसंती माता मंदिर के चौक और दूसरी आउटर रोड तक पाइप लाइन डाली है।
कोट्स
दीना की मंडी अंतिम छोर पर है जहां पानी का प्रेशर नहीं पहुंच पाता। दो दिन घरों में पानी की दिक्कत है जिन्होंने मुझे कोई शिकायत नहीं की है। लेकिन यदि पानी अभी भी नहीं पहुंचा तो इसको चेक किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति लेवल का आरोप लगाया है तो उसे तकनीकी समझ नहीं है। ऐसे नहीं हो सकता है कि लेवल ठीक न हो।
- पलविद्र सिंह, एसडीओ, जलापूर्ति विभाग, अंबाला छावनी।