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खोखले दावों के बीच दिव्यांगों ने दिखाया दम, व्हील चेयर तो दूर पानी भी नहीं हुआ नसीब

चुनाव से पहले जिला प्रशासन द्वारा किए गए तमाम दावे हवा-हवाई नजर। तमाम अव्यवस्थाएं के बावजूद दिव्यांगों ने मतदान कर दम दिखाया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 09:00 PM (IST)
खोखले दावों के बीच दिव्यांगों ने दिखाया दम, व्हील चेयर तो दूर पानी भी नहीं हुआ नसीब
खोखले दावों के बीच दिव्यांगों ने दिखाया दम, व्हील चेयर तो दूर पानी भी नहीं हुआ नसीब

जागरण टीम अंबाला: चुनाव से पहले जिला प्रशासन द्वारा किए गए तमाम दावे हवा-हवाई नजर। तमाम अव्यवस्थाएं के बावजूद दिव्यांगों ने मतदान कर दम दिखाया। ज्यादातर पोलिग स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाएं ही नहीं थी। कांवला और जंडली में सुबह के समय ही पानी का अकाल पड़ गया था। यह हालत लगभग ज्यादातर पोलिग स्टेशनों के रहे। वहीं दिव्यांग वोटर के लिए ज्यादातर पोलिग स्टेशनों पर व्हील चेयर की छावनी और शहर हलके में कोई व्यवस्था ही नहीं थी। यही कारण रहा कि कई परिजन उन्हें गोद में लेकर पोलिग बूथ के भीतर पहुंचे। इतना ही नहीं कुछ दिव्यांगों के परिजनों ने मोटरसाइकिल के जरिए या फिर अन्य माध्यमों से अपनों को पोलिग स्टेशनों तक पहुंचाया। जबकि प्रशासन ने दावे किए थे कि हर पोलिग स्टेशन पर व्हील चेयर और रैंप की व्यवस्था की गई है। हैरत की बात तो यह है कि कुछ जगह तो रैंप तक की व्यवस्था नहीं थी। वहीं एक दिव्यांग रिक्शा में पहुंची।

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किरणबाला को नहीं मिली व्हील चेयर

अंबाला शहर में गांव सौड़ा में बनाए गए बूथ में 36 वर्षीय किरणबाला ने वोट डाला। दिव्यांग किरणा बाला चलने में अक्षम थी इसीलिए उसके भाई सुरेंद्र उसे गोद में उठाकर पोलिग स्टेशन तक लेकर पहुंचे और मतदान में सहयोग किया। मतदान केंद्र में कोई व्हील चेयर की व्यवस्था ही नहीं थी। किरणबाला ने बताया कि वह मर्जी से आई है।

नन्यौला में वॉकर से सहारे पहुंचे महिद्र सिंह

गांव नन्यौला में भी 80 वर्षीय महिद्र सिंह को अव्यवस्था से जुझना पड़ा। बुजुर्ग को उसके परिजन मोटरसाइकिल पर बिठाकर पोलिग स्टेशन तक लेकर आए। उनके हाथ में अपना वॉकर था। इसी के सहारे वह वोट करने में सक्षम हुए।

गुरप्रताप सिंह को अपनी मां के लिए नहीं मिली व्हील चेयर

अंबाला शहर में सेक्टर 8 में बनाए गए 94 नंबर बूथ में 60 वर्षीय गुरप्रताप सिंह सुबह 6:45 मिनट पर व्हील चेयर पूछने आए। उन्हें अपनी मां को लाना था। लेकिन उन्हें इंकार कर दिया गया क्योंकि उस समय व्यवस्था नहीं थी। सुबह 8 बजे फिर आए लेकिन तब भी व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें निराश लौटना पड़ा।

65 दिव्यांगों को दी सहायता

सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम अदिति ने बताया कि दिव्यांग/बुजुर्ग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग सुगमता से कर सकें, इसके लिए उन्हें प्रशासन द्वारा व्हीलचेयर, वाहन एवं वांलिटियर की सहायता उपलब्ध करवाई गई। नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के तहत 65 से अधिक दिव्यांग/बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान में सहायता प्रदान की गई है। इसके लिए रेडक्रास सोसायटी मार्केट कमेटी, नेहरू युवा केंद्र नारायणगढ़ आदि का सहयोग रहा।

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