जिले की मंडियों में 1.31 लाख टन गेहूं की आवक
जिले की विभिन्न मंडियों में 20 अप्रैल तक 131301 टन गेहूं की आमद हो चुकी है। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक निशांत राठी ने बताया कि जिला में कुल 14 अनाज मंडियां और खरीद केन्द्र हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: जिले की विभिन्न मंडियों में 20 अप्रैल तक 131301 टन गेहूं की आमद हो चुकी है। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक निशांत राठी ने बताया कि जिला में कुल 14 अनाज मंडियां और खरीद केन्द्र हैं। शनिवार तक आई गेहूं की एजेंसियों के 15 टन गेहूं की आमद हुई है। अंबाला शहर अनाज मंडी में 54393 टन, बराडा अनाज मंडी में 13210 टन, भरेड़ी कलां में 1265 टन, कड़ासन में 4715 टन, केसरी में 1730 टन, मुलाना में 10590 टन, नन्योला में 5500 टन, नारायणगढ़ में 6468 टन, साहा में 11055 टन, सरदोहेड़ी में 2615 टन, शहजादपुर में 6660 टन, तलहेडी मंडी में 5795 टन, उगाला मंडी में 1590 टन गेहूं बिक्री के लिए आई है। जिसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 26640 टन, हैफेड ने 99161 टन, हरियाणा भंडारण निगम द्वारा 5500 टन गेहूं की खरीद की गई है। सभी मंडियों के आढ़तियों को निर्देश दिए है कि वह खराब मौसम को देखते हुए गेहूं को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त संख्या में तिरपाल की व्यवस्था रखें। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित करें कि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
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सरसों खरीद का पैसा किसानों को खातों में मिलेगा
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: शहजादपुर मंडी में हैफेड के माध्यम से किसानों से सरसों की खरीद की जा रही है। फसल के दाम सीधे किसान के बैंक खाते में डाले जाएंगे। हैफेड के प्रवक्ता ने बताया कि सरसों की खरीद 4200 रुपये प्रति क्विटल की दर से की जा रही है। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को नारायणगढ़ तहसील के तहत वाले गांव सुरगल, ओढल, नगल, नन्दूवाली, मिर्जापुर, हसनपुर, फतेहपुर, भूखड़ी, अन्धेरी, बेरखेड़ी, डेरा, हमीदपुर, शाहपुर, मानकपुर, नबीपुर, राउमाजरा, सगरानी, जगतपुर, रतौर, खेडकी माणकपुर, जंगूमाजरा, बडीकोहडी, वासलपुर, झाडसैला, छोटी रसौर, बडी बस्सी, छोटी बस्सी, छोटा गढ, भरेडी कलां, भरेडी खुर्द, बधौली, गांवों के किसानों की सरसों की फसल की खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन गांवों का किसान एक दिन में केवल 25 क्विटल सरसों बेच सकता है। सरसों में 8 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए। किसान को स्वयं मेरी फसल मेरा ब्यौरा में रजिस्टर करवाना होगा एवं संबंधित पटवारी से सरसों की काश्त की गिरदावरी रिपोर्ट के साथ-साथ बैंक खाता की पास बुक साथ लानी होगी। इसके साथ-साथ किसान को अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, राशन कार्ड अथवा मतदाता पहचान पत्र में से किसी एक ही सत्यापित प्रति भी प्रस्तुत करनी होगी।