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चौड़ीकरण के लिए काटने पड़े 12059 पेड़, लगाने को जिले में नहीं बची जगह

अंबाला-जगाधरी हाईवे के चौड़ीकरण में 12059 पेड़ों को काट दिया गया है जबकि जिले में काटे पेड़ों के बदले में नए पेड़ लगाने के लिए जमीन भी नहीं है। मजबूरी में वन विभाग ने पिजौर डिवीजन में पेड़ लगाने का निर्णय लिया है। यहां पर करीब 45 हजार पेड़ लगाने की योजना है। इसके लिए वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 09:45 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 09:45 AM (IST)
चौड़ीकरण के लिए काटने पड़े 12059 पेड़, लगाने को जिले में नहीं बची जगह
चौड़ीकरण के लिए काटने पड़े 12059 पेड़, लगाने को जिले में नहीं बची जगह

कपिल कुमार, अंबाला अंबाला-जगाधरी हाईवे के चौड़ीकरण में 12059 पेड़ों को काट दिया गया है जबकि जिले में काटे पेड़ों के बदले में नए पेड़ लगाने के लिए जमीन भी नहीं है। मजबूरी में वन विभाग ने पिजौर डिवीजन में पेड़ लगाने का निर्णय लिया है। यहां पर करीब 45 हजार पेड़ लगाने की योजना है। इसके लिए वन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। आगामी बरसात के मौसम में पेड़ों को लगाने का कार्य शुरू होगा।

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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अंबाला-जगाधरी हाईवे का चौड़ीकरण कार्य करा है। इसमें अंबाला बस स्टेशन से लेकर शाह तक हाईवे चौड़ीकरण होना है। इसके लिए तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस वजह से शाम में वाहनों का दबाव बढ़ने पर जाम भी लगता है। वहीं हाईवे के चौड़ीकरण में आने वाले पेड़ों को भी काटा जा रहा है। बुधवार को बस स्टेशन की मुख्य सड़कों पर पेड़ों को काटा जा रहा था। इस दौरान वन विभाग ने हाईवे के चौड़ीकरण के लिए रोजाना पेड़ों को काटने का काम जारी है। इसमें हाईवे में दो भाग में विभाजित कर पेड़ों को काटने काम किया गया है। इसमें दोनों तरफ हाईवे के करीब 12059 पेड़े हैं, जो काटे जाने हैं। जबकि वन विभाग जितने पेड़ काटता है, उससे दो गुना पेड़ों को लगाया जाता है। इसके लिए वन विभाग ने करीब 45 हजार नए पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसके विपरीत जिले में इतने पेड़ लगाने के लिए जमीन तक नहीं है। वन विभाग को मजबूरी में पिजौर डिवीजन में पेड़ों को लगाने का निर्णय लिया है। बरसात से पहले पेड़ों को लगाने का काम शुरू होगा। हाईवे के किनारे 30 को नोटिस जारी किया

अंबाला जगाधरी हाईवे का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसमें महेश नगर तक सड़क चौड़ीकरण में दुकान, मकान और स्कूल भी आ रहे थे। ऐसे में एनएचएआइ ने करीब 30 लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिए है। यदि भवन स्वामी खुद अतिक्रमण नहीं हटाते हैं, तो प्रशासन हटाने की कार्रवाई करेगा। इससे लोगों में हड़कंप भी मचा है। ऐसे में नोटिस मिलने के बाद लोगों को समझ नहीं आ रहा कि क्या करना चाहिए। हाईवे चौड़ीकरण में दिनभर रेंगते हैं वाहन

अंबाला-जगाधरी हाईवे चौड़ीकण कार्य तेजी से चल रहा है। इसमें हाईवे के चौड़ीकरण कार्य में कई बार पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। इस वजह से सड़कों पर पानी भर जाता है। हालांकि पानी की निकासी के लिए पंप सेट भी लगाए जाते हैं। इस वजह से सड़कों पर रात-दिन वाहन रेंगते नजर आते हैं। वहीं ट्रैफिक पुलिस ने जाम से बचाने के लिए बेरिकेडिग कर रूट डायवर्जन भी किया है। इसके बावजूद गलत दिशा से आने वाले वाहनों से जाम लगता है। हाईवे पर इस तरह से काटे गए पेड़

जगाधरी अंबाला रोड 37 से 42 किमी 2029

जगाधरी अंबाला रोड 27 से 42 एल किमी 1827

जगाधरी अंबाला रोड से 42 से 51 किमी 5605

जगाधरी अंबाला रोड 42 से 51 एल किमी 2598 ------------------------

अंबाला जगाधरी हाईवे चौड़ीकरण में पेड़ों को काटा जा रहा है। इसके बदले में वन विभाग ने करीब 45 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। जिले में पेड़ लगाने की जगह नहीं होने से पिजौर डिवीजन में पौधे लगाने का निर्णय लिया है। महेन्द्र, डिप्टी सुपरिटेंडेट, वन विभाग


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