Coronavirus: गुजरात में इस तरह हुआ कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा
Coronavirus. गुजरात में प्रोएक्टिव टेस्टिंग के चलते अचानक कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Coronavirus. गुजरात में कोरोना महामारी को काबू में लेने के लिए जहां रोज 3000 टेस्ट कराने की व्यवस्था की गई है, वहीं श्रमिक शिविर व क्लस्टर एरिया में रह रही सगर्भा महिलाओं का कोविड19 टेस्ट भी अनिवार्य किया गया है। जिलों में एंटी बॉडी किट से सर्वेलेंस टेस्ट भी शुरू कर दिए हैं। गुजरात में प्रोएक्टिव टेस्टिंग के चलते अचानक कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हुआ।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रदेश में कोरोना महामारी पर अंकुश पाने के लिए इंडियन काउंसिंल ऑफ मेडिकल रिसर्च की गाइड लाइन के मुताबिक 14 सरकारी व 5 निजी लैब में कोविड 19 का टेस्ट किया जा रहा है। एक अप्रैल को राज्य में प्रतिदिन 100 टेस्ट होते थे, जिनकी क्षमता अब 3000 की गई है। क्लस्टर कन्टेन्मेंट तथा श्रमिक शिविरों में रह रही सगर्भा महिलाओं का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है, ताकि बच्चे के गर्भ में रहते तथा प्रसूति के दौरान किसी तरह की समस्या नहीं हो। सभी जिलों में अब एंटी बॉडी टेस्ट किट से सर्वेलेंस टेस्ट भी शुरू कर दिए हैं। हर जिले में रोजारा 100-100 सेंपल टेस्ट शुरू किए गए हैं, एक ही दिन में 4212 तक टेस्ट हुए हैं। इसके लिए केंद्र से राज्य को 24 हजार किट उपलब्ध कराई गई है।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को वीडियो कॉन्फ्रेस में बताया कि अहमदाबाद व सूरत में कोरोना पर काबू पाने के लिए प्रोएक्टिव टेस्टिंग शुरू की गई, जिससे 42384 सेंपल में से 2624 केस पॉजिटिव मिले। पटेल ने बताया कि राज्य में गत दिनों में कोरोना के अधिक मरीजों केसामने आने का प्रमुख कारण भी यही था। राज्य में प्लाज्मा थैरेपी से भी कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। केंद्र से मिली रेपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग की प्रक्रिया भी गुरुवार से शुरू की गई है।
अहमदाबाद महानगर पालिका के आयुक्त विजय नेहरा ने चेताया कि अहमदाबाद के हॉट स्पॉट एरिया में कर्फ्यू भले समाप्त हो गया है, लेकिन लॉकडाउन का अमल चुस्ती से करना होगा। अन्यथा अकेले अहमदाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार तक भी पहुंच सकती है। नेहरा ने बताया कि अहमदाबाद में प्रशासन ने खुद सामने से टेस्ट कर कोरोना संक्रमितों को खोज निकाला है, जिससे बीते कुछ दिनों से कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। उनका दावा है कि लॉकडाउन का लोगों ने ठीक से पालन किया तो मई में लॉकडाउन समाप्त हो जाएगा।
शंकर सिंह वाघेला व मनीश दोशी बोले, इलाज के नाम पर हो रही है लूट
इस बीच, कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कोरोना महामारी के दौरान अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट सहित अन्य शहरों में निजी हॉस्पिटलों की ओर से कोरोना के इलाज के नाम पर वसूली जा रही भारी-भरकम रकम को लूट बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व गुजरात एनसीपी अध्यक्ष शंकर सिंह वाघेला तथा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीश दोशी ने कहा कि सरकार को निजी अस्पतालों, पांच सितारा होटल व सरकारी हॉस्टल को कोविड 19 स्पेशल हॉस्पिटलों में तब्दील कर उपचार किया जाना चाहिए। निजी अस्पतालों को और इसके इलाज की मंजूरी मिलते ही भारी भरकम रकम वसूले जाने की चिंता आइसीएमआर तथा इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन पहले ही जता चुकी है। वाघेला व दोशी ने कहा कि सरकारी आयूष्मान, मां, वात्सल्य अमृतम आदि योजनाओं से करोड़ों रुपये कमाने वाले हॉस्पिटलों को महामारी में सरकारी व जनता की मदद को आगे आना चाहिए।