गुजरात में ड्रग के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़
गुजरात पुलिस ने नशीले पदार्थ के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ कर 1364 किलो एफेड्रीन जब्त किया है। जब्त किए गए मादक पदार्थ की कीमत 270 करोड़ रुपये आंकी गई है।
राज्य ब्यूरो, वडोदरा। गुजरात पुलिस ने नशीले पदार्थ के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ कर 1364 किलो एफेड्रीन जब्त किया है। जब्त किए गए मादक पदार्थ की कीमत 270 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड कांग्रेस के पूर्व विधायक भाव सिंह राठौड़ का पुत्र किशोर सिंह बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार उसके तार दुबई, पोलैंड और एम्सटर्डम के माफियाओं से जुड़े हैं।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त जेके भट्ट ने बताया कि डेढ़ माह पहले नारकोटिक्स विभाग को मादक पदार्थों के इस गोरखधंधे का इनपुट मिला था। एटीएस के पुलिस अधीक्षक हिमांशु शुक्ला व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने मिलकर एमडी इंडस्ट्रीज पर छापा मारा। नरेंद्र काचा सहित तीन युवक मौके से पकड़े गए।
पुलिस ने बताया कि कारोबार का सरगना किशोर सिंह मुंबई में रहता है तथा रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा है। 15 दिन पहले उसने अहमदाबाद के वहेलाल इलाके में एक दवा फैक्ट्री 30 हजार रुपये प्रतिमाह के भाड़े पर ली थी।
यहां एफेड्रीन को पार्टी ड्रग कहे जाने वाले मेथांफेटामाइन के क्रिस्टल में बदला जाता था। वह इस ड्रग को पोलैंड, दुबई आदि देशों में भेजता था। पुलिस ने किशोर सिंह गैंग द्वारा मुंबई, दिल्ली जैसे शहरों में भी ड्रग सप्लाई किए जाने की आशंका व्यक्त की है।
पूर्व विधायक भाव सिंह ने मामले को अपने परिवार के खिलाफ राजनीतिक साजिश बताया है। उल्लेखनीय है कि 2011 में किशोर सिंह को नकली नोट मामले में गिरफ्तार किया गया था। पिता भाव सिंह खुद भी मादक पदार्थ की हेराफेरी मामलों में गिरफ्तार हो चुके हैं। भाव सिंह की पहचान पूर्व डकैत के रूप में की जाती है। उनका संबंध गुजरात में लुटेरा समझे जाने वाले बाहरवटिया समुदाय से है।