गुजरात में बना देश का पहला रेल विश्वविद्यालय जनता को समर्पित
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को यहां देश का पहला और विश्व का तीसरा रेल एवं परिवहन इंस्टीट्यूट (एनआरटीआइ) राष्ट्र की जनता को समर्पित किया।
वडोदरा, प्रेट्र। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को यहां देश का पहला और विश्व का तीसरा रेल एवं परिवहन इंस्टीट्यूट (एनआरटीआइ) राष्ट्र की जनता को समर्पित किया। अभी केवल रूस और चीन में ही इस तरह का विश्वविद्यालय है। इस दौरान गोयल ने कहा कि एक साल के अंदर देश भर में पांच हजार मानवरहित रेल क्रासिंग को खत्म किया जा चुका है।
गोयल ने शनिवार को कहा, 'रेलवे बोर्ड ने अपने 13 लाख कर्मचारियों को एक सप्ताह का प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। इससे उनकी जानकारी अद्यतन होगी और रेलवे विश्व में सबसे बेहतर हो सकेगा।' इसी साल सितंबर से 20 प्रदेशों के 103 छात्रों के साथ स्नातक स्तरीय दो कोर्स का संचालन एनआरटीआइ में किया जा रहा है। ये कोर्स हैं-बीएससी परिवहन तकनीक तथा बीबीए परिवहन प्रबंधन। विवि का लक्ष्य वर्ष 2019-20 में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ करने का है।
गोयल ने कहा, 'एक साल में पांच हजार मानवरहित क्रासिंगों को खत्म कर दिया गया है। हर साल 1200 ऐसे फाटकों को चौकीदार नियुक्ति के साथ अथवा ओवरब्रिज बनाकर खत्म किया जा रहा है। अब केवल 100-200 ऐसे रेलवे फाटक बच गए हैं, जो जल्द खत्म कर दिए जाएंगे।'
बुलेट ट्रेन परियोजना पर रेल मंत्री ने कहा, '50 साल पहले जब राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की संकल्पना की गई थी तब भी ऐसा ही विरोध हुआ था। ताज्जुब है कि बुलेट ट्रेन परियोजना का वैसे लोग विरोध कर रहे हैं, जो इसका आनंद ले चुके हैं।'