Move to Jagran APP

मुश्किल समय में भी नहीं भूले इंसानियत

पाटीदार महारैली के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों के निशाने पर सबसे अधिक एसटी बसें ही रहीं। इसके चलते गुजरात में सारी एसटी बसों के पहिए रोक दिए गए थे। इसका नतीजा यह है कि सैकड़ों लोग बस स्टैंड पर फंसे रह गए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 05:43 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 05:45 AM (IST)
मुश्किल समय में भी नहीं भूले इंसानियत

वडोदरा। पाटीदार महारैली के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों के निशाने पर सबसे अधिक एसटी बसें ही रहीं। इसके चलते गुजरात में सारी एसटी बसों के पहिए रोक दिए गए थे। इसका नतीजा यह है कि सैकड़ों लोग बस स्टैंड पर फंसे रह गए। दूसरे दिन यानी की बुधवार सुबह पूरे राज्य में हिंसा फैल गई, जिसके चलते लोग बस डिपो में ही फंसे रह गए। यहां पिछले दो दिनों से लोग भूखे-प्यासे पड़े हुए थे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज एसटी विभाग ने यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए खासतौर पर दो बसों का इंतजाम किया।

loksabha election banner

वहीं, यात्रियों के बारे में सुनते ही शहर के पूर्व पार्षद नितिन पटेल अपने साथियों के साथ बस डिपो पहुंचे और लगभग 300 यात्रियों के लिए तुरंत खाने-पीने की व्यवस्था करवाई। इतना ही नहीं, सभी ने अपने हाथों से ही यात्रियों को खाना परोसा और उन्हें अपने घरों के लिए विदा करवाया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.