सरदार सरोवर नर्मदा बांध से 2000 क्यूसेक पानी छोड़ेगी गुजरात सरकार
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि सरकार ने किसानों के लिए सरदार सरोवर नर्मदा बांध से पानी छोड़ने का फैसला किया है।
गांधीनगर, जेएनएन। मानसून में कम बारिश के चलते सूख रही फसलों को पानी पहुंचाने के लिए सरकार ने सरदार सरोवर नर्मदा बांध से 2000 क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया है, जिससे उत्तर गुजरात की सवा लाख एकड़ जमीन को सिंचाई का पानी मिल सकेगा। उत्तर गुजरात के तालाब व सौराष्ट्र के बांधों को भी नर्मदा के पानी से भरा जाएगा।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गांधीनगर स्वर्णिम संकुल-1 में पत्रकारों को बताया कि सरकार ने किसानों की सिंचाई समस्या को ध्यान में रखते हुए सरदार सरोवर नर्मदा बांध से दो हजार क्यूसेक पानी 20 दिन तक छोड़ने का फैसला किया है। उत्तर गुजरात के चार सौ तालाब को पानी से भरने के साथ साबरकांठा, बनासकांठा, गांधीनगर, मेहसाणा, पाटण व अरवल्ली जिले की एक लाख 27 हजार एकड़ जमीन को सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा।
सरकार सुजलाम सुफलाम कैनाल में भी 800 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। साथ ही, सौनी योजना के तहत 12सौ क्यूसेक पानी छोड़कर आजी डेम-1, मच्छु-2, आकडिया, भीमदाद,गोवा बांध को पानी से भरा जाएगा। सरदार सरोवर बांध का जलस्तर अभी करीब 126 मीटर है। इसमें करीब पौने दो मिलियन एकड़ फुट यानी 37 प्रतिशत पानी लाइव फ्लो का है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की उच्चस्तरीय बैठक में किसानों की समस्याओं पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से यह फैसला किया गया।