पांच हजार करोड़ की धोखाधड़ी में ईडी ने दाखिल किया अतिरिक्त आरोपपत्र
गुजरात की दवा कंपनी स्टर्लिग बायोटेक पर करीब पांच हजार करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पांच हजार करोड़ की बैंक धोखाधड़ी के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत आरोपित कंपनी स्टर्लिग बायोटेक के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में अतिरिक्त आरोप पत्र दाखिल किया है। गुजरात की दवा कंपनी पर आरोप है कि करीब पांच हजार करोड़ रुपये के बैंक लोन में धोखाधड़ी की गई। सीबीआइ जांच के बाद ईडी ने अलग से केस दर्ज किया था।
गुजरात की दवा कंपनी स्टर्लिग बायोटेक पर करीब पांच हजार करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी ने स्टर्लिग बायोटेक और उसके निदेशकों चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदेसरा और विलास जोशी, चार्टर्ड अकाउंटेंट हेमंत हाथी, आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप गर्ग और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। आरोप है कि कंपनी ने आंध्रा बैंक के जरिये पांच हजार करोड़ रुपये का लोन लिया था, जोकि बाद में नॉन-परफॉर्मिग एसेट (एनपीए) घोषित किया गया।