रिश्वत मामले में वन विभाग के अधिकारी का होगा डीएनए टेस्ट
रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए चंद्रकांत ने बचने के लिए अधिकारियों के सामने ही रिश्वत के 12 हजार रुपये मुंह में चबा लिए थे।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के पालनपुर में रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़े गए वन विभाग के अधिकारी ने रिश्वत के रूप में लिए नोट मुंह में चबा लिए थे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अब डीएनए टेस्ट के जरिए उसके खिलाफ सबूत जुटाएगी।
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) के निदेशक डीपी चुडासमा ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के दांतीवाड़, वापी, राजकोट व गांधीनगर में छापा मारा गया था। इस दौरान रिश्वत लेते हुए दितीय श्रेणी के चार सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें से पालनपुर के दांतीवाड़ा में रेंज वन विभाग अधिकारी चंद्रकांत गणपत लाल जोशी भी शामिल हैं।
चंद्रकांत जोशी ने अपने पद का गलत इस्तमाल कर यहां ट्रेक्टर में लकड़ियों की हेराफेरी करने वाले माफियाओं के पास से रिश्वत लेते थे। एसीबी के निदेशक के मुताबिक, रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़े गए चंद्रकांत ने बचने के लिए अधिकारियों के सामने ही रिश्वत के 12 हजार रुपये (2 हजार के 6 नोट) मुंह में चबा लिए थे। हालांकि एसीबी की टीम ने तुंरत ही उनके मुंह में से ये नोटे उगलवा लिए थे। पुलिस ने मुंह में इन नोटों को सील कर दिया था। जांच के लिए अब एफएसएल की मदद से चंद्रकांत जोषी का डीएनए करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के केस में आरोपित का डीएनए टेस्ट करवाने की प्रदेश में यह पहली घटना है। एसीबी ने इसके बाद चंद्रकांत जोषी के घर भी सर्च किया, जिसमें 13.754 लाख रुपये भी मिले है। जिसकी जांच की जा रही है।