MahaCyclone: गुजरात पर ‘महाचक्रवात’ का खतरा, भारी बारिश की आशंका
MahaCyclone in Gujarat. गुजरात पर महाचक्रवात का खतरा है। यह च्रकवाती तूफान अरबी समुद्र से उत्तर-पश्चिम की ओर प्रति किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
अहमदाबाद, जेएनएन। अरब सागर में सक्रिय चक्रवात के चलते आगामी छह व सात नवंबर को गुजरात के सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में भारी बारिश की आशंका है। तेज हवाओं के साथ इन क्षेतों के कई शहरों में जोरदार बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ जयंत सरकार ने बताया कि अरब सागर में महा चक्रवात सक्रिय हैं, ये सोमनाथ वेरावल के समुद्री तट पर आकर टकरा सकते हैं। चक्रवात के चलते आगामी दिनों में गुजरात के मौसम में अचानक बदलावा होगा। दक्षिण गुजरात व सौराष्ट्र में इसका खास असर होगा, तेज बारिश होगी तथा 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ़तार से हवाएं चलने की संभावना है। सरकार ने बताया कि इस चक्रवात के चलते गुजरात भर में बादल छाए रहने के साथ अन्य शहरों में भी बूंदाबादी होगी।
बरसात के पहले ‘वायु’ और उसके बाद क्यार नामक चक्रवाती नुकसान के बाद अब गुजरात के किसानों को ‘महा’ नामक चक्रवात की चिंता सता रही है। यह च्रकवाती तूफान अरबी समुद्र से उत्तर-पश्चिम की ओर प्रति किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के बाद गुजरात में भी इसका विपरीत असर पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है। राज्य में अभी बादल छाए हुए हैं। हवाएं नौ किमी की रफ्तार से चल रही हैं। संभव है यह 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार भी ले सकता है।
गुजरात के किसानों को ‘क्यार’ के बाद अब ‘महा’ नामक च्रकवात से निपटना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने संभावना व्यक्त की है कि राज्य में एक बार फिर बरसात का सामना करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने कहा है कि ‘महा’ नामक यह च्रकवात महाराष्ट्र से गुजरात की ओर आगे बढ़ेगा। मछुआरों को सतर्क कर दिया गया है कि वे इस च्रकवात से सतर्क रहें। आवश्यकता पड़ने पर दो नम्बर का सिग्नल लगाकर मछुआरों को समुद्र में जाने से रोक दिया जाएगा।
इस दौरान गुजरात सरकार ने बरसात से हुए फसलों के नुकसान का सर्वे करने का आदेश दे दिया है। सरकार ने फसल बीमा कम्पनियों को भी आदेश दिया है कि वे किसानों को हुए नुकसान को अदायगी तुरन्त करें। कृषि मंत्री आरसी फलदू ने किसानों को आश्वस्त किया है कि फसलों की नुकसानी का सर्वेकर उन्हें फसल बीमा की रकम अदाकर दी जाएगी। सरकार ने बारिश के कारण बर्बाद हुए किसानों की फसलों के लिए एक टोलफ्री नंबर 180030024088 जारी किया है। इस नंबर पर किसान फोन कर अपनी समस्या बता सकेंगे। इसके बाद संबंधित अधिकारी सर्वे कर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि ‘क्यार’ नामक सायक्लोन से गत पांच दिनों में राज्य में दो से पांच इंच बरसात हुई है। इससे किसानों की मूंगफली, कपास और ज्वार बाजरा की फसलें नष्ट हो गई हैं। दीपावली के दूसरे और तीसरे दिन गुजरात के अनेक शहरों में एक से पांच इंच तक बारिश हुई है। इस कारण किसानों की फसल खराब होने से उनकी आर्थिक स्थिति चिंताजनक है।