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Seaplane: अहमदाबाद पहुंचा सीप्लेन, साबरमती रिवरफ्रंट और स्टैचू ऑफ यूनिटी के बीच भरेगा उड़ान

Seaplane मालदीव से एक समुद्री जहाज सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद पहुंचा। सीप्लेन अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट को नर्मदा जिले के केवडिया में स्टैचू ऑफ यूनिटी से जोड़ेगा। पीएम नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को आधिकारिक उद्घाटन उड़ान भरेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 08:01 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 08:22 PM (IST)
Seaplane: अहमदाबाद पहुंचा सीप्लेन, साबरमती रिवरफ्रंट और स्टैचू ऑफ यूनिटी के बीच भरेगा उड़ान
साबरमती रिवरफ्रंट और स्टैचू ऑफ यूनिटी के बीच उड़ान भरने वाला सीप्लेन पहुंचा अहमदाबाद।

अहमदाबाद, एएनआइ। मालदीव से एक समुद्री जहाज सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गया। यह सीप्लेन अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट को नर्मदा जिले के केवडिया में स्टैचू ऑफ यूनिटी से जोड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को आधिकारिक उद्घाटन उड़ान भरेंगे। गौरतलब है कि गुजरात सरकार ने इस साल जुलाई में सीप्लेन सेवा के लिए क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत चार जल एयरोड्रमों के निर्माण के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ त्रिपक्षीय समझौते में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसी के तरह यह सीप्लेन यहां पहुंचा है। इसके चलने से काफी सुविधा मिलेगी।

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18 यात्रियों की बैठने की क्षमता वाले इस सी प्लेन की स्पीड 200 किलोमीटर प्रति 50 मिनट की होगी। सी प्लेन का भाड़ा प्रति यात्री चार से पांच हजार रुपये रखे जाने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को अहमदाबाद में सी प्लेन का उद्घाटन करेंगे। हाल सी प्लेन के पायलट व क्रू मेंबर विदेशी होंगे, लेकिन छह माह बाद भारतीय पायलट व क्रू मेंबर को प्रशिक्षण देकर सी प्लेन की उड़ान व देखने की व्यवस्था उन्हें सौंप दी जाएगी। अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट पर फ्लोटिंग जेटी का निर्माण किया गया है, वहीं स्टैचू ऑफ यूनिटी पर भी वाटर एयरोड्रम बनाया जा रहा है।

अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर अंबेडकर ब्रिज के निकट वाटर एयरोड्रोम बनाया गया है। एक ही उड़ान होने से यह फ्लोटिंग कंक्रीट जेटी 24 मीटर की रखी गई है। दो से तीन माह बाद 24 मीटर की एक ओर फ्लोटिंग कंक्रीट जेटी और बनेगी। यह जेटी तैरती ही रहेगी। यह जेटी तैयार करने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक गौतम दत्ता ने बताया कि फिलहाल अहमदाबाद और केवडिया में 24-24 मीटर अर्थात आधी-आधी है। जेटी की क्षमता करीब 18 टन है, जो लकड़ी, स्टील से बनी है। फ्लोटिंग जेटी पूरी तरह सुरक्षित है।

एक वाटर एयरोड्रम या सीप्लेन बेस खुले पानी का एक ऐसा क्षेत्र होता है, जिसका उपयोग सीप्लेन, फ्लोट-प्लेन और एम्फीबियस विमानों द्वारा लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए किया जाता है। अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट, नर्मदा जिले के केवडिया में सरदार सरोवर बांध, भावनगर जिले के पालीताना में शतरुंजी बांध और मेहसाणा जिले के धौरी बांध में वाटर एयरोड्रम की योजना बनाई गई थी।


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