फ्लैट घोटाले में जांच शुरू, विपक्ष ने सत्तापक्ष पर साधा निशाना
अक्टूबर, 2014 में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत इन फ्लैटों का निर्माण हुआ था।
अहमदाबाद, जेएनएन। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत बनी आवास योजना में बिल्डर व वकीलों के साथ मिलकर योजना के अधिकारियों ने भी कई फ्लैट अपने नाम करा लिया। हाईकोर्ट के आदेश पर गरीब आवास योजना में घोटाला करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अहमदाबाद के सबसे पॉश नारणपुरा के लखुडी तालाब एरिया में महानगर पालिका की जमीन पर बनी स्लम आवास योजना के 4 अधिकारियों ने बिल्डर बी सफल ग्रुप, लखुडी कॉ आॅपरेटिव हाउसिंग सोसायटी के चैयरमैन, सचिव व वकीलों की मिलीभगत से दस फ्लैट अपने नाम करा लिए। सामाजिक कार्यकर्ता जनकसिंह परमार ने इस मामले में नारायणपुरा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसके चलते फ्लैट घोटाले में जांच शुरू की गई है।
जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर 2014 में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत इन फ्लैटों का निर्माण हुआ था। कच्चे घर व झोपड़ी में रहने वाले कई परिवारों को फ्लैट देने का वादा कर उनके घर खाली कराए गए थे, इनमें से कई परिवारों ने फ्लैट नहीं मिलने की बात कही। जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता ने इसकी जांच के लिए महानगर पालिका को लिखा था।
आवास योजनाओं में मनपा के अधिकारी व बिल्डरों की मिलीभगत से घोटाले हुए हैं, हाईकोर्ट के निर्देश पर इस मामले में जांच शुरू हुई है, सत्तापक्ष आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहा है।
-दिनेश शर्मा, मनपा में नेता विपक्ष