केशुभाई, वाघेला से पीएम मोदी ने मिलाया हाथ
दोनों मोदी विरोधी भी रहे हैं। इसलिए जब पीएम मोदी ने दोनों से मुलाकात कर हाथ मिलाया तो तालियां गूंज उठीं।
गांधीनगर, राज्य ब्यूरो। गुजरात में मंगलवार को विजय रूपाणी के नेतृत्व में नई सरकार का शपथ ग्रहण ही नहीं हुआ, बल्कि इसके जरिये भाजपा ने शक्ति प्रदर्शन भी कर दिखाया। शपथ समारोह के लिए जहां 18 राज्यों के मुख्यमंत्री अहमदाबाद पहुंचे, वहीं भाजपा के कई महारथी भी दिखे। शपथ समारोह में प्रदेश भाजपा के दो पूर्व महारथी और पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल व शंकर सिंह वाघेला खासतौर से मौजूद थे। दोनों मोदी विरोधी भी रहे हैं। इसलिए जब पीएम मोदी ने दोनों से मुलाकात कर हाथ मिलाया तो तालियां गूंज उठीं। किसी समय एक-दूजे से आंख नहीं मिलाने वाले केशुभाई और वाघेला कार्यक्रम में साथ बैठे थे।
नीतीश की मौजूदगी खास रही
शपथ ग्रहण समारोह में जदयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी भी खास रही। गत लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश की भाजपा से दूरियां बढ़ गई थीं। उसके बाद वह राजद नेता लालू यादव और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के करीब रहे थे। नीतीश के आने से यह साफ है कि वह भाजपा के साथ अपना रिश्ता निभाते रहेंगे।
बधाई देकर लौटे शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शपथ समारोह में शामिल होने के लिए हमदाबाद गए थे, लेकिन मध्य प्रदेश में दो कार्यक्रमों की व्यस्तता के चलते वह रूपाणी को उनके घर पर ही बधाई देकर लौट गए। उन्होंने बाद में आने की भी बात कही।