गुजरात में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त
गुजरात में अब तक वर्षाजन्य हादसों के चलते 19 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 978 लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। दक्षिण गुजरात व सौराष्ट्र के समुद्री किनारे के जिलों में भारी बारिश के चलते राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आगामी 48 घंटों के लिए अलर्ट घोषित किया है। राज्य में अब तक वर्षाजन्य हादसों के चलते 19 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 978 लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर गांधीनगर ने बताया है कि दक्षिण गुजरात के नवसारी, वलसाड आदि जिलों में बीते 24 घंटों में भारी बारिश हुई है, सौराष्ट्र के समुद्री किनारे वाले जिले भी भारी वर्षा से प्रभावित हैं। दक्षिण गुजरात की दो प्रमुख नदियां पूर्णा तथा अंबिका पूरे उफान पर हैं। राज्य के सैकडों गांवों के संपर्क टूट गए तथा पानी, बिजली व सडक सुविधाएं अस्त व्यस्त हो गई हैं। राजकोट में भी निचले इलाकों में बसे गांव व झुग्गियां पानी में डूब जाने से लोगों को सुरक्षित स्थलों पर जाना पडा है।
राहत आयुक्त मनोज कोठारी ने बताया कि राज्य के 30 जिले वर्षा से प्रभावित हुए हैं, 112 तहसीलों में भारी वर्षा दर्ज कि गई है। अब तक राज्य में वर्षा जनित हादसों में 19 लोगों की मौत हो चुकी है इनमें से 11 पीडित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से सहायता मुहैया कराई जा चुकी है। सरकार ने एनडीआरएफ की टीमों को स्टेंड बाई रखनेके अलावा नवसारी व प्रभावित इलाकों में तैनात कर दी है। सूरत में भी भारी वर्षा के चलते लोगों को प्रशासन ने घरों में रहने की सलाह दी है। सचिन जीआईडीसी इलाके के सरकारी कार्यालयों में पानी भर गया जिसके बाद राहत कार्य के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया।
भारी बारिश से दक्षिणी गुजरात के कुछ जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। नवासारी में निचले इलाके में रहने वाले 600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। यह जानकारी बुधवार को अधिकारियों ने दी।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के सवा दो सौ तहसीलों में से 99 में भारी वर्षा हुई है। नवासारी में मंगलवार रात 178 मिमी, जालापोर में 169, सूरत के महुवा में 176, वलसाड़ में 126, वालोद में 142 और वडोदरा में 123 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटे में दक्षिण गुजरात व मध्य गुजरात के पंचमहाल व दाहोद में भारी वर्षा की आशंका है।
मुंबई व दक्षिण गुजरात में भारी वर्षा के चलते अहमदाबाद से मुंबई व मुंबई से उत्तर भारत की ओर जाने वाली लंबी दूरी की कई ट्रेनें रद की गई या उन्हें बीच में ही रोक देनी पड़ी है।