Gujarat: सूरत में GST अधिकारी समेत तीन की हुई गिरफ्तारी; जेल भेजने की धमकी देकर दुकानदार से जबरन वसूली का आरोप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि धीरेन्द्र सिंह राजपुरोहित द्वारा वराछा थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीएसजीएसटी अधीक्षक उसके ड्राइवर और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ जबरन वसूली सहित अन्य मामले दर्ज किए गए।
सूरत, पीटीआई। केंद्रीय माल एवं सेवा कर (GST) विभाग के एक अधीक्षक और दो अन्य लोगों को एक दुकानदार से कथिततौर पर 12 लाख रुपये की जबरन वसूली करने के आरोप में गुजरात के सूरत जिले से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जबरन वसूली का दर्ज हुआ मामला
उन्होंने बताया कि धीरेन्द्र सिंह राजपुरोहित द्वारा वराछा थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सीएसजीएसटी अधीक्षक, उसके ड्राइवर और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ जबरन वसूली सहित अन्य मामले दर्ज किए गए।
उन्होंने बताया कि 30 मार्च की शाम तीनों आरोपी वराछा थाने के ओल्ड बॉम्बे मार्केट में स्थित राजपुरोहित की कपड़े की दुकान में यह दावा करते हुए घुसे कि वे जीएसटी विभाग से हैं और विभाग ने आय छुपाने और जीएसटी की चोरी के एक मामले में उसके खिलाफ वारंट जारी किया है। बता दें कि किसी ने भी अपना पद और नाम का नहीं बताया था।
''फर्जी अधिकारियों ने 80 लाख रुपये भरने को कहा''
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरकार के आधिकारिक प्रतीक वाली फाइलों के साथ आए तीनों ने अपना नाम और पद बताए बगैर कहा कि राजपुरोहित की दुकान की पिछले दो साल में कमाई 5 करोड़ रुपये थी और उसे जीएसटी के रूप में 80 लाख रुपये चुकाने होंगे।
''जेल भेजने की धमकी देकर दुकानदार से मांगे 45 लाख रुपये''
उन्होंने बताया कि दुकान सील करने और राजपुरोहित को 10 साल के लिए जेल भेजने की धमकी देकर उससे 45 लाख रुपये मांगे। राजपुरोहित ने जब बड़ी रकम देने में अक्षमता जताई, तो आरोपी ने उसकी दुकान से 7 लाख रुपये और घर से 5 लाख रुपये लिए।
दुकानदार की शिकायत पर मामला दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजपुरोहित की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया और तीनों आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज और अन्य इनपुट के आधार पर गिरफ्तार किया गया।