गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने Google से की देव ऋषि नारद की तुलना
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि नारदजी ने हमेशा मानव कल्याण के लिए कार्य किया, कभी भी किसी का बुरा नहीं किया।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने देव ऋषि नारद की तुलना गूगल से की है। गूगल आज के जमाने में सूचना का स्रोत है। नारदजी उस जमाने में सबको सूचनाएं पहुंचाते थे, लेकिन बिना किसी पूर्वाग्रह के जबकि आजकल मीडिया व पत्रकारों में अपनी बात थोपने की होड़ लगी है। गौरतलब है कि गत दिनों त्रिपुरा के सीएम बिप्लव देव ने महाभारत काल में इंटरनेट का दावा कर एक विवाद खड़ा कर दिया था।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से प्रेरित संस्था विश्व संवाद केंद्र की ओर से आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में रूपाणी ने कहा कि नारदजी सबको सूचना देते थे लेकिन निष्पक्ष, सच व तथ्यों के साथ। सूचना में अपनी ओर से कुछ भी जोड़ते या घटाते नहीं थे। नारदजी ने हमेशा मानव कल्याण के लिए कार्य किया, कभी भी किसी का बुरा नहीं किया। आजकल मीडिया में दूसरों पर अपनी बात थोपने का प्रयास चल रहा है, जो गलत है। खबर सच्ची व तथ्यपरक होगी तो ही पत्रकार व किसी मीडिया संस्थान की प्रतिष्ठा कायम होगी। पत्रकारों को पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर काम करना चाहिए।
गौरतलब है कि गत दिनों सीएम बिप्लव देव ने महाभारत काल में इंटरनेट होने का दावा करते हुए कहा था कि संजय उसी तकनीक से धृतराष्ट्र को युद्ध का आंखों देखा हाल सुनाते थे, इसके बाद उन्होंने पूर्व विश्वसुंदरी एश्वर्या राय को डायना हेडन से सुंदर बताकर भी विवाद छेड़ दिया था। अब रूपाणी के बयान पर कोई विवाद खड़ा ना हो तो अच्छा है।
समारोह में वरिष्ठ पत्रकार नागेंद्र विजय को लाइफ टाइम अचीवमेंट, पद्मश्री फोटोग्राफर झवेरीलाल मेहता का सम्मान किया गया। साथ ही, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए वरिष्ठ पत्रकार निर्णय कपूर, प्रिंट के लिए कौशिक मेहता, डिजिटल के लिए जपन पाठक तथा रेडियो के लिए आरती पटेल को अवार्ड दिया गया।