राजनीति से इतर कविता व मिठाई के बडे शौकीन थे वाजपेयी जी
अटल बिहारी वाजपेयी कविता व मिठाई के बडे शौकीन थे। उनकी कविताओं में राष्ट्र, संघर्ष, मानवता व आशा की किरण नजर आती थी वहीं उनका मिठाई प्रेम भी अनुठा था।
अहमदाबाद, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति से इतर कविता व मिठाई के बडे शौकीन थे। उनकी कविताओं में राष्ट्र, संघर्ष, मानवता व आशा की किरण नजर आती थी वहीं उनका मिठाई प्रेम भी अनुठा था।
मधुमेह रोग से पीडित होने के कारण उन्हें डॉक्टरों ने मीठा खाने से मना कर रखा था लेकिन अहमदाबाद में रहने वाले उनके भतीजे सुरेंद्र वाजपेयी बताते हैं कि वे जब भी दिल्ली उनसे मिलने जाते तो अटलजी उनसे मिठाई मंगवाते थे।
गुजरात राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने कहा अटलजी के निधन से गहरा दुख व आघात लगा,वे बहुमुखी प्रतिभा के धनि, प्रखर राजनेता थे उनके चले जाने से पूरा देश क्षुब्ध है।
देश व दुनिया में उनकी अनोखी लोकप्रियता थी, उनकी विदाई से राष्ट्र की ऐसी क्षति हुई है जिसे सदियों तक पूरा नहीं किया जा सकता। भारत रत्न, पद्म विभूषण व पंडित गोविंद वल्लभ पंत जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री, नेता विपक्ष, मंत्री व सांसद, हर पद को गरिमा प्रदान की।
गुजरात मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि वाजपेयी इस युग के सबसे बडे नेता हैं, उनका निधन देश की अपूरणीय क्षति है। सही अर्थ में वे लोगों के ह्रदय में बसने वाले जननेता थे जो सदा प्रेरणा देते रहेंगे।
उनका समर्पण, राष्ट्रभक्ति व ह्रदय की विशालता हमेशा प्रेरित करता रहेगा। अटलजी राजनीति से ऊपर उठकर हर व्यक्ति को प्रेम, आदर व सम्मान देते थे।