Gujarat Assembly bypoll 2020: उपचुनाव को लेकर उठापटक जारी, सूरत में भाजपा उम्मीदवार पर अंडा फेंका
Gujarat Assembly bypoll 2020 गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर उठापटक जारी है चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवार पर अंडा फेंकने की घटना सामने आयी है तो वहीं कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने का भी पता चला है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में विधानसभा की 8 सीट पर उपचुनाव को लेकर चल रहे प्रचार के दौरान भाजपा व कांग्रेस में उठापटक जारी है। सूरत में जहां भाजपा प्रत्याशी पर अंडे फेंके गए वही मोरबी में कांग्रेस के नगर पालिका प्रमुख अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गया।
गुजरात में विधानसभा की 8 सीट मोरबी, डांग, कपराड़ा, लिंबड़ी, अबडासा, करजन, धारी पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा व कांग्रेस ने जोर-शोर से प्रचार शुरु कर दिया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी इन सीटों पर युवाओं के छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर बूथ मैनेजमेंट तथा जनसंपर्क पर ध्यान दे रहे हैं वही भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री भिखूभाई दलसानिया सूरत राजकोट अहमदाबाद जैसे शहरों में रह रहे 3 विधानसभा सीटों के मतदाताओं के संपर्क पर जोर दे रहे हैं।
कांग्रेस ने उपचुनाव में युवा एवं परंपरागत कांग्रेस परिवार के सदस्यों को अपना उम्मीदवार चुनाव वही भाजपा ने 8 में से 5 सीट पर कांग्रेस से आए पूर्व विधायकों को मैदान में उतारा है। कांग्रेस इन विधायकों को विश्वासघात करने वाला तथा मतदाताओं को कोरोना महामारी में फिर से कतार में लगकर मत डालने के लिए मजबूर करने वाला बता रही है।
मुख्य प्रवक्ता दोषी का कहना है कि कांग्रेस किसान युवा महिला सुरक्षा तथा क्षेत्र की प्राथमिक सुविधाओं को ही अपना मुद्दा बना रही है। उधर भारतीय जनता पार्टी केंद्र व राज्य सरकार के विकास कार्य को जनता के सामने लाकर उनके नाम पर वोट मांग रही है। भाजपा कांग्रेस पर अपनी पार्टी व विधायकों को नहीं संभाल पाने का भी आरोप लगा रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने पार्टी के नेताओं वह कार्यकर्ताओं की एक बैठक में साफ कहां है कि कांग्रेस से अब किसी भी नेता को भाजपा में शामिल नहीं किया जाएगा।
भाजपा के धारी सीट से उम्मीदवार जेबी काकड़िया के समर्थन में रविवार को सूरत के वराछा में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें काकड़िया पर अंडे फेंकने की घटना सामने आई। काकड़िया हुए भाजपा ने इसे कांग्रेस की ओर से किया गया बता कर पल्ला झाड़ने का प्रयास किया लेकिन पाला बदलकर सत्ता पक्ष में आने वाले विधायकों को मतदाताओं के गुस्से का सामना तो करना ही पड़ रहा है यह इसका एक उदाहरण है। उधर मोरबी में कांग्रेस को एक बार फिर अपने नेता व कुछ समर्थकों को खाना पड़ा। जिला पंचायत प्रमुख के बाद अब पार्टी के नगर पालिका प्रमुख ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है।