गुजरात में पर्यटन नीति की घोषणा, डिज्नी वर्ल्ड जैसा विकसित हो मनोरंजन पार्क
गुजरात सरकार ने राज्य में पांच साल के लिए पर्यटन नीति की घोषणा की है सरकार चाहती है कि राज्य में डिज्नी वर्ल्ड जैसा मनोरंजन पार्क विकसित हो। इसके साथ ही सरकार होटल रिसोर्ट वेलनैस सेंटर 2500 की बैठक क्षमता का कम्यूनिटी हॉल पर अधिक ध्यान देगी।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के बीच गुजरात ने पर्यटन को गति देने के लिए एक बार फिर 5 साल के लिए पर्यटन नीति की घोषणा की है। सरकार ने राज्य के पर्यटन क्षेत्र होटल, रिसोर्ट, वैलनेस सेंटर में निवेश करने वाली कंपनियों को 15 से 20 फीसदी तक की रियायत देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री रुपाणी ने प्रदेश में धार्मिक पर्यटन पर जोर देने की बात कही है, इसलिए राज्य में शराबबंदी में ढील की किसी भी संभावना से इनकार किया है।
डिज्नी वर्ल्ड जैसा मनोरंजन पार्क
रुपाणी ने कहा कि सरकार चाहती है कि राज्य में डिज्नी वर्ल्ड जैसा मनोरंजन पार्क विकसित हो इसके लिए रियायत देने के लिए 50 करोड़ के निवेश की सीमा को अब समाप्त कर दिया है। रूपाणी ने कहा कि स्टेच ऑफ यूनिटी की तरह राज्य के अन्य पर्यटन स्थलों पर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित की जाएगी। सरकार पहले राज्य के पर्यटन क्षैत्र में 1 से 50 करोड़ रुपये का निवेश करने पर 15 से 20 फीसदी की रियायत दे रही थी लेकिन अब 50 करोड़ की सीमा को समाप्त कर कुल निवेश पर यह रियायत दी जाएगी।
प्रदूषण पर लगाया जाये अंकुश
सरकार होटल, रिसोर्ट, वेलनैस सेंटर, 2500 की बैठक क्षमता का कम्यूनिटी हॉल पर अधिक ध्यान देगी। सोमनाथ, द्वारिका, अंबाजी, पालीताणा आदि धार्मिक स्थलों पर इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को प्राथमिकता देगी ताकि प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके। राज्य में आने वाले पर्यटकों को एक ही वाहन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने जैसी सुविधाओं पर भी सरकार ध्यान केंद्रित करेगी। शराबबंदी में कोई ढील नहीं देने की बात भी कही गई है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा है कि राज्य में धार्मिक पर्यटन पर विशेष जोर दिया जाएगा चूंकि राज्य में सोमनाथ, द्वारिका, अंबाजी, पालीताणा जैसे एतिहासिक धार्मिक स्थल हैं।