Lockdown: गुजरात में फंसे कई राज्यों के हजारों श्रमिक निजी वाहनों से रवाना हुए अपने प्रदेश
Lockdown. गुजरात में फंसे कई राज्यों के हजारों श्रमिक निजी व बस-ट्रकों में सवार होकर अपने अपने प्रदेशों को रवाना होने लगे हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Lockdown. लॉकडाउन 0.3 की घोषणा के साथ ही गुजरात में फंसे कई राज्यों के हजारों श्रमिक निजी व बस-ट्रकों में सवार होकर अपने अपने प्रदेशों को रवाना होने लगे हैं। अरवल्ली में शेल्टर होम में रह रहे श्रमिकों की पुलिस की साथ झड़प हो गई, वहीं मध्य प्रदेश व राजस्थान सीमा से कई वाहनों को वापस लौटाया जा रहा है।
गुजरात से लाखों की संख्या में श्रमिक अपने अपने प्रदेशों में जाने को तैयार हैं। ये आंकड़ा लाखों में बताया जा रहा है। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, दाहोद, अरवल्ली, साबरकांठा आदि जिला के जिला कलक्टर कार्यालयों पर पास के लिए सुबह से भारी भीड़ उमड़ रही है। सूरत से निकली उत्तर प्रदेश के श्रमिकों की एक बस को गुजरात सीमा पर रोक दिया गया, वहीं खुद गुजरात सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी नहीं मिलने के चलते अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, मेहसाणा आदि शहरों से उत्तर प्रदेश श्रमिकों को लेकर जाने वाली बसों को यूपी सरकार की मंजूरी नहीं मिलने से रोक दिया है।
मुख्यमंत्री के सचिव अश्विन कुमार ने बताया कि सूरत से श्रमिकों की एक ट्रेन ओडिशा व अहमदाबाद से दो ट्रेन यूपी के लिए रवाना की गई हैं। यूपी, एमपी व राजस्थान के लिए कई बसें भी रवाना की जा रही है। अश्विन कुमार ने बताया कि गुजरात से देश के अन्य राज्यों में जाने के लिए श्रमिक 1077 पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। जबकि अन्य राज्यों में फंसे गुजराती 079 23251900 पर फोन कर गुजरात आने के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन कर श्रमिकों को उनके राज्य में भेजने तथा राशन वितरण व श्रमिकों के फूड पैकेट की समीक्षा की गई।
अहमदाबाद कलक्टर केके निराला ने बताया कि अहमदाबाद से अपने प्रदेशों को जाने के लिए अब तक 61 हजार श्रमिक पंजीकरण करा चुके हैं। संबंधित राज्यों की सरकार से परामश केबाद उनके लिए बस, ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी। उधर, हजारों की संख्या में श्रमिक सूरत, अहमदाबाद, राजकोट से पैदल या लोडिंग वाहनों में सवार होकर अपने-अपने प्रदेशों के लिए रवाना होने लगे हैं। गुजरात राजस्थान सीमा पर बीते 24 घंटे से भारी अफरातफरी मची है। पास बिना सीमा पर पहुंचे कई वाहनों को वापस भी लौटाया जा रहा है।