आईएएस व आईपीएस के इसलिए मुरीद हुए यहां के लोग
अतिक्रमण हटाने के लिए मनपा आयुक्त विजय नेहरा की वाह वाही हो रही है, पार्किंग व्यवस्था को लोग पुलिस आयुक्त एके सिंह की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। गुजरात में एक आईएएस व एक आईपीएस रातों रात लोगों के चहेते बन गए। अहमदाबाद में अतिक्रमण हटाने के लिए जहां मनपा आयुक्त विजय नेहरा की वाह वाही हो रही है, वहीं पार्किंग व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए लोग पुलिस आयुक्त एके सिंह की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। अधिकारियों को राजनीतिक दबाव से कहीं हटा नहीं दिया जाए, इसलिए सोशल मीडिया में उनके समर्थन में संदेश चल रहे हैं।
अहमदाबाद महानगर पालिका के आयुक्त विजय नेहरा 2001 बैच के आईएएस हैं। इससे पहले वे मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर सचिव भी सेवाएं दे चुके हैं। विदेश में पढ़ाई के लिए लंबे समय तक अवकाश पर रहने के बाद गुजरात लौटे तो उन्हें अहमदाबाद आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई। अतिक्रमण, पार्किंग समस्या, सड़कों पर जानवरों के जमावडे के चलते हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिकाओं के चलते महानगर पालिका व पुलिस को आए दिन कठघरे में खड़ा होना पड़ रहा था। आखिर बीते माह हाईकोर्ट के आदेश पर ही मनपा व पुलिस ने मिलकर शहर की कायापलट करने की ठानी और अहमदाबाद पुलिस आयुक्त वर्ष 1985 बैच के आईपीएस एके सिंह की मदद से महानगर में अवैध अतिक्रमण व पार्किंग के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया गया जिसके तहत अवैध अतिक्रमणों को बिना किसी लाग लपेट के हटाया गया।
वहीं, शॉपिंग मॉल, थियेटर, मल्टीप्लेक्स व अन्य व्यवसायिक परिसरों को पार्किंग एरिया में ही अपने ग्राहकों के वाहन पार्क करने को पाबंद किया गया। सोमवार को महानगर के सबसे संवेदनशील चंडोला तालाब व जूहापुरा, पालडी इलाके में भी अतिक्रमण ढहाए गए। अब तक जूहापुरा व चंडोला इलाके में पुलिस व मनपा की टीमें भी जाने से घबराती थी लेकिन इस अभियान ने प्रशासन व पुलिस के होने का अहसास करा दिया, जिसके चलते शहरवासी इनका शुक्रिया जताने के साथ उनके समर्थन में सोशल मीडिया पर जोरदार अभियान भी चला रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में इन अधिकारियों को दिल्ली भेजे जाने की अटकलों के बीच सोमवार को इनके प्रशंसक लोगों ने उनके समर्थन में अभियान को और तेज करते हुए लोगों से उनके पक्ष में संदेश फैलाने को कह रहे हैं, ताकि सरकार पर दबाव बना रहे और इन अधिकारियों का यहां से तबादला नहीं हो सके।