गुजरात में चार राज्यसभा सीटों के लिए छह उम्मीदवार मैदान में
भाजपा ने दो सीटों पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मांडविया को फिर से संसद भेजने का फैसला किया है।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात की चार राज्यसभा सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों ने सोमवार को अपने-अपने पर्चे भर दिए। दोनों दलों ने अपने एक-एक समर्थित प्रत्याशी को भी मैदान में उतारा है। इसलिए माना जा रहा है कि पिछले राज्यसभा चुनाव की तरह इस बार भी भाजपा और कांग्रेस में जंग हो सकती है।
कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी और टेक्नोक्रेट व कांग्रेसी थिंक टैंक सैम पित्रोदा के नाम चर्चा में थे। लेकिन दोनों ने ऐन वक्त पर खुद को चुनाव से अलग कर लिया। कांग्रेस ने नारायण भाई राठवा और वरिष्ठ अधिवक्ता व प्रवक्ता अमीबेन ज्ञानिक को मैदान में उतारकर आदिवासी व ब्राह्मण का नया सामाजिक समीकरण बनाने के संकेत दिए हैं। पार्टी ने अपने वरिष्ठ दलित नेता पीके वालेरा का भी नामांकन कराया है। दरअसल, पार्टी को राठवा के नामांकन पत्र में तकनीकी खामी की आशंका है इसलिए उनका पर्चा खारिज होने की दशा में वालेरा कांग्रेस के उम्मीदवार बन सकते हैं।
वहीं, भाजपा ने दो सीटों पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख मांडविया को फिर से संसद भेजने का फैसला किया है। भाजपा समर्थित पूर्व मंत्री किरीट सिंह राणा ने भी पर्चा भरा है। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने नामांकन के बाद कहा कि भाजपा के पास तीसरे उममीदवार के लिए भी पर्याप्त मत हैं।