गुजरात में एसी व रिसोर्ट के विवाद में उलझी भाजपा-कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार के चिंतन शिविर के एसी में बैठकर करने चुटकी ली तो सत्ताधारी भाजपा ने भी कांग्रेस पर रिसोर्ट में रहकर लोगों की चिंता करने का आरोप लगाया है।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात कांग्रेस किसानों की समस्या को लेकर दो दिन से आंदोलन कर रही है। रविवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन व जेल भरने का आह्रवान किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अगले माह गुजरात आने से पहले कांग्रेस व भाजपा एसी व रिसोर्ट के विवाद में फंस गई है। कांग्रेस ने सरकार के चिंतन शिविर के एसी में बैठकर करने चुटकी ली तो सत्ताधारी भाजपा ने भी कांग्रेस पर रिसोर्ट में रहकर लोगों की चिंता करने का आरोप लगाया है।
भाजपा सरकार तीन दिन के चिंतन शिविर में व्यस्त है। वडोदरा के जीएनएफसी परिसर में ग्रामीण विकास, शहरी समस्याओं के समाधान के साथ जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ निपटाने पर चर्चा की गई। कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने राज्य सरकार के चिंतिन पर चुटकी लेते हुए कहा कि एसी में बैठकर जनता की समस्याओं की चिंता करना ठीक नहीं है। भाजपा कभी भी जनता के दुख दर्द की परवाह नहीं करती, सरकार व प्रशासन को जनता के बीच रहकर उनकी समस्या समझना चाहिए था। राज्य का किसान, युवा व महिलाएं परेशान हैं, किसानों की आत्महत्या, फसल बीमा तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने 10 जून तक प्रदर्शन व जेल भरो आंदोलन का एलान किया है। रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा, नेता विपक्ष परेश धनानी आदि नेताओं की अगुआई में कांग्रेस कार्यकर्ता 33 जिलों में जेल भरकर विरोध जताएंगे।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि एसी कल्चर कांग्रेस के दिमाग में है, जब गुजरात की जनता बाढ के पानी में डूबी थी, तब कांग्रेस विधायक बेंगलुरु के रिसोर्ट में मजा कर रहे थे। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर एसी में रहकर चिंतन का आरोप लगाया तो लगे हाथ सरकार ने भी कांग्रेस को रिसोर्ट वाली पार्टी बताकर कहा कि भाजपा जनता के साथ हर हाल में खडी है, लेकिन कांग्रेस जनता के साथ आने के बजाए रिसोर्ट में चली जाती है।
रूपाणी ने यह भी कहा कि रिसोर्ट फाइव स्टार कल्चर कांग्रेस का कल्चर है, भाजपा जनता की सेवा करने वाली पार्टी है। गौरतलब है कि कांग्रेस जुलाई में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे की तैयारी कर रही है। पार्टी इससे पहले संगठन मजबूत करने के साथ पार्टी को गांव गांव तक सक्रिय करना चाहती है, इसलिए किसान आंदोलन के जरिए इसका लिटमस टेस्ट किया जा रहा है। उधर, राज्य के क्रषि मंत्री आर सी फलदू का कहना है कि कांग्रेस को पंजाब व कर्नाटक में जाकर किसानों के हक की लड़ाई करनी चाहिए। गुजरात में किसानों को गुमराह कर वह उनकी मेहनत से पैदा किया दूध, सब्जी व फसलों को सडकों पर फेंकवाकर राजनीति कर रहे हैं।