गुजरात में नवरात्र अवकाश का विरोध कर फंसी कांग्रेस, भाजपा ने साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा का मानना है कि गुजरात सरकार राज्य के शिक्षा के स्तर को ऊंचा लाने के बजाए स्कूलों में अवकाश कर शिक्षा का स्तर गिरा रही है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। गुजरात में नवरात्र महोत्सव के अवकाश के मुद्दे पर कांग्रेस राज्य की भाजपा सरकार के जाल में फंसती नजर आ रही है। सरकार ने नवरात्र के दौरान एक सप्ताह के अवकाश की घोषणा की थी, जिसका कांग्रेस ने विरोध करते हुए कहा कि सरकार को शिक्षा के स्तर को ऊंचा लाना चाहिए बजाए अवकाश देने के। भाजपा अब नवरात्र के साथ नर्मदा, जेएनयू जैसे मुद्दों को उठाकर कांग्रेस को भारतीय संस्कृति व परंपरा विरोधी बता रही है।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि नवरात्र के दौरान महिलाएं, बच्चे व युवा आदि देर रात तक गरबा व नृत्य करते हैं, इसलिए थकान के कारण दूसरे दिन स्कूल नहीं जा पाते हैं। नवरात्र महोत्सव देश की अध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है जो गुजरात में पूरे नौ दिन तक मनाया जाता है, लोगों की भावना का ध्यान रखते हुए सरकार ने 15 से 21 अक्टूबर तक नवरात्रि अवकाश की घोषणा की है।
कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा का मानना है कि सरकार राज्य के शिक्षा के स्तर को ऊंचा लाने के बजाए स्कूलों में अवकाश कर शिक्षा का स्तर गिरा रही है। सरकार को जो काम करना चाहिए वो काम नहीं करती है। नवरात्र पर अवकाश के मुद्दे पर कांग्रेस भाजपा सरकार के जाल में फंसती नजर आ रही है। भाजपा अब कांग्रेस पर भारतीय परंपरा व संस्कृति का विरोधी होने का आरोप लगा रही है। गुजरातियों में नवरात्र को लेकर भारी क्रेज है तथा महिला, पुरुष, युवा व बच्चे सब इस उत्सव को उत्साह के साथ मनाते हैं। नौ दिन के इस शक्ति व भक्ति के पर्व को मनाने के लिए पूरे एक माह तक तैयारियां चलती हैं। गरबा खेलने वाले इस पर्व पर हजारों रुपये भी खर्च करते हैं। कांग्रेस ने मुद्दा सही उठाया है लेकिन नवरात्रि भावनात्मक व धार्मिक उत्सव होने के कारण उनकी कोई दलील लोगों के गले नहीं उतरती है।
भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा है कि कांग्रेस नर्मदा, नवरात्र व राज्य के विकास का अंधा विरोध करती है, जिससे उसकी छवि गुजरात विरोधी बन गई है। प्रदेश की जनता यह सब जानती है, इसलिए लगातार छठी बार भाजपा की सरकार बनाई है। कांग्रेस देश विरोधी नारे लगाने वाले जेएनयू के छात्रों के साथ खड़ी नजर आती है, लेकिन देश की परंपरा व शक्ति के पर्व नवरात्रि का विरोध कर रही है। उधर, राज्य की करीब चार सौ शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सरकार से नवरात्र अवकाश रद करने की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि लगातार अवकाश के चलते शिक्षण व प्रशासनिक कार्य प्रभावित होंगे।
गौरतलब है कि गुजरात सरकार ने हाल ही में गुजरात का कैलेंडर घोषित किया, जिसमें 5 से 18 नवंबर तक दिवाली अवकाश, 24 अप्रैल से 11 जून तक ग्रीष्मावकाश तथा 15 से 21 अक्टूबर तक नवरात्र अवकाश घोषित किया है, जिसे लेकर भाजपा व कांग्रेस आमने-सामने आ गई है।