Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर तेज होने लगी सियासी सरगर्मी
Gujarat गुजरात में सियासी सरगर्मी तेज होने लगी है। भाजपा नेता व पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव तीन दिवसीय यात्रा रविवार को समाप्त होगी और अगले ही दिन यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की आमद हो जाएगी।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। मानसून की आमद की उम्मीद लगाए गुजरात में सियासी सरगर्मी तेज होने लगी है। भाजपा नेता व पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में इन दिनों गुजरात की यात्रा पर हैं। उनकी तीन दिवसीय यात्रा रविवार को समाप्त होगी और अगले ही दिन यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की आमद हो जाएगी। उधर, प्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले पाटीदार समाज ने भी लेउवा-कड़वा एकता का नारा देते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी कर दी है। भाजपा सांसद भूपेंद्र यादव शुक्रवार को राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। शनिवार को उन्होंने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया तथा पार्टी पदाधिकारियों को अधिक से अधिक सीटें जीतने की रणनीति पर काम करने के लिए कुछ सुझाव दिए। भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल विधानसभा की सभी 182 सीटें जीतने का लक्ष्य पहले ही रख चुके हैं।
अरविंद केजरीवाल सोमवार को अहमदाबाद में पार्टी कार्यालय का करेंगे उद्घाटन
आप की मीडिया प्रभारी तुली बैनर्जी ने बताया कि अरविंद केजरीवाल सोमवार को अहमदाबाद में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। सूरत महानगरपालिका में पाटीदारों की बदौलत 28 सीट जीतकर प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में आने वाली आप गुजरात में अपनी सियासी जमीन तलाशने में जुटी है। पाटीदार समुदाय से आप को सबसे ज्यादा उम्मीद है।
गुजरात में अगला मुख्यमंत्री पाटीदार समाज का होना चाहिएः नरेश पटेल
राजकोट के पास लेउवा पटेल समाज की कुलदेवी खोडल मां के मंदिर पर पाटीदार समाज के प्रमुख सात संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें लेउवा व कड़वा पटेल के बजाय पाटीदार की पहचान कायम करने व खोडलधाम में कड़वा पटेल समाज की कुलदेवी उमिया माता का मंदिर बनाने का एलान किया गया। खोडलधाम ट्रस्ट के प्रमुख नरेश पटेल ने कहा कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री पाटीदार समाज का होना चाहिए। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने की टीस पाटीदार समाज में अब भी है।
शंकर सिंह वाघेला की कांग्रेस में हो सकती है वापसी
गत दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी की अगुआई में गुजरात कांग्रेस के ओबीसी वर्ग के विधायक एक फार्म हाउस पर एकत्र हुए तथा पार्टी में समाज के साथ अन्याय होने की पीड़ा व्यक्त की। दरअसल, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के निधन के बाद सोलंकी गुजरात कांग्रेस में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं। वह वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके बाद उनके परिवार के सदस्य अमित चावड़ा अध्यक्ष बने। सोलंकी प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला की भी कांग्रेस पार्टी में वापसी हो सकती है।