Gujarat: अहमदाबाद में जन्म प्रमाणपत्र में लिख दिया पाकिस्तान का नाम
Birth Certificate. गुजरात के अहमदाबाद अस्पताल में जन्मे अल्पसंख्यक समुदाय के बालक के जन्म प्रमाणपत्र में पाकिस्तान के उल्लेख का मामला सामने आया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। Birth Certificate. गुजरात के अहमदाबाद में महानगरपालिका संचालित वाडीलाल साराभाई अस्पताल में जन्मे अल्पसंख्यक समुदाय के बालक के जन्म प्रमाणपत्र में पाकिस्तान का उल्लेख हुआ है। इससे जहां अस्पताल और जन्म-मृत्यु विभाग के अधिकारी एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं, वहीं बालक के परिजनों को इसमें सुधार के लिए एड़ी चोटी की ताकत लगानी पड़ रही है।
जानकारी के अनुसार, पहली अक्टूबर 2018 को वासा अस्पताल में महक बानू नामक महिला ने पुत्र को जन्म दिया था। आठ दिनों में बच्चे के जन्म का पंजीकरण हुआ था। मोहम्मद नामक इस बालक के घर के पते में ‘घर नंबर 696, पाकिस्तान रेलवे क्रासिंग, 22 चार मंजिला वटवा, अहमदाबाद लिखा हुआ था। काफी समय के बाद मां-बाप ने इस जन्म प्रमाणपत्र के बारे में लोगों को बताया। तब पता चला कि अहमदाबाद में जन्मे इस बालक के जन्म प्रमाणपत्र में पाकिस्तान का उल्लेख हुआ है। सोशल मीडिया में इसके वायरल होते ही लोगों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हुईं, वहीं मनपा के अस्पताल और जन्म-मृत्यु पंजीकरण विभाग में इसके लिए एक-दूसरे पर दोषारोपण का दौरा शुरू हो गया। इस बीच, बच्चे के मां-बाप इस बारे में परेशान हो रहे हैं।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले सिविक सेंटर पर गुजराती में से अंग्रेजी में अनुवाद के बाद दिए जाने वाले जन्म प्रमाणपत्र में पूरा नाम ही बदल देने का भ्रष्टाचार उजागर हुआ था। इसकी जानकारी मिलते ही मनपा प्रशासन ने सिविक सेंटर के ठेका कर्मचारियों को हटा दिया गया था। हालांकि इस मामले की पुलिस जांच कराने में प्रशासन उदासीन रहा। लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र में सुधार के लिए परेशान होना पड़ता है। अहमदाबाद के वटवा क्षेत्र में जन्मे इस बालक के जन्म प्रमाणपत्र में पाकिस्तान रेलवे क्रासिंग का उल्लेख कहां से कैसे हुआ, गंभीर प्रश्न है।
मनपा के हेल्थ ऑफिसर भाविन जोषी के अनुसार वीएस अस्पताल के आरएमओ द्वितीय श्रेणी के कर्मचारी हैं। उन्होंने इसमें हस्ताक्षऱ किया है। उनकी जानकारी सच होगी। मनपा में विपक्ष के नेता दिनेश शर्मा ने इसे अक्षम्य भूल बताते हुए मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर अपराध के जिम्मेदार कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।