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Gujarat: गैंगस्टर विशाल से पूछताछ में नया खुलासा, दाऊद व छोटा शकील के नाम का लेता था सहारा

साबरमती सेन्ट्रल जेल से व्यापारियों से फिरौती वसूलने वाला गैंगस्टर विशाल गोस्वामी दाऊद छोटा शकील और रविपुजारी जैसे गैंगस्टरों के नाम का इस्तेमाल करता था।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 12:57 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 12:57 PM (IST)
Gujarat: गैंगस्टर विशाल से पूछताछ में नया खुलासा, दाऊद व छोटा शकील के नाम का लेता था सहारा
Gujarat: गैंगस्टर विशाल से पूछताछ में नया खुलासा, दाऊद व छोटा शकील के नाम का लेता था सहारा

अहमदाबाद, जेएनएन। अहमदाबाद के साबरमती सेन्ट्रल जेल से व्यापारियों से फिरौती वसूलने के रैकेट का पर्दाफाश करने के बाद क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर विशाल गोस्वामी और उसके शागिर्दो के संबंध मे रोज-रोज नये-नये खुलासे हो रहे है। पुलिस को जेल में से विशाल गोस्वामी की डायरी से 70 से ज्यादा फोन नंबर और 23 मोबाइल मिले है। फिरौती मांगने के लिए विशाल गोस्वामी दाऊद और रविपुजारी जैसे गैंगस्टरों के नाम का इस्तेमाल करता था। फिरौती में इस्तेमाल हुए मोबाइलों के सिम कार्ड उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से खरीदे गये थे।

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अहमदाबाद के एक व्यापारी ने अहमदाबाद क्राइम में शिकायत दर्ज करवायी थी कि उन्हें एक फोन नंबर से फिरौती के फोन आ रहे हैं। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने लोकेशन का पता लगा कर साबरमती सेन्ट्रल जेल पहुंची। साबरमती सेन्ट्रल जेल में जामर लगे हुए है, लेकिन यह जामर कोई काम के नहीं है। यहां जांच के दौरान विशाल गोस्वामी के पास 23 से अधिक मोबाइल, हेन्डफ्री, चार्जर सहित वस्तुएं मिली। जिसके बाद पुलिस ने पहली उसके खिलाफ नये कानून गुजरात कंट्रोल (गुजसीटोक) के तहत मामला दर्ज किया।

पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। उसकी पूछताछ में पता चला है कि साबरमती जेल में उसे तमाम प्रकार सुविधा मुहैया करवायी जाती थी। पिछले 4 साल से जेल में विशाल गोस्वामी ने शहर के कई व्यापारियों को दाऊद व छोटा शकील, रवि पुजारी जैसे गैंगस्टर के नाम से डराकर फिरौती मांगता था। उसने व्यापारियों से फिरौती के करोड़ो रुपये लिये थे। जेल के बाहर उसके भाई व रिश्तेदार फिरौती के रुपये वसूलते थे। पिछले चार साल से जेल से यह रैकेट चल रहा था।

क्राइम ब्रांच ने बताया कि जेल में विशाल गोस्वामी के पास मिली डायरी के नंबरों की जांच की जा रही है। जबकि जप्त 23 मोबाइल को जांच के लिए एफएसएल में भेजा गया है। विशाल गोस्वामी फिरौती मांगने के लिए उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश सहित के राज्यों की सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था।

जेल में किस तरह से मोबाइल पहुंचता इस संबंध में पुलिस मौन

साबरमती सेन्ट्रल जेल में फिरौती के रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद जेल अधिक्षक को सस्पेंड कर दिया है और अन्य एक जेलर का तबादला कर दिया है। साबरमती सेन्ट्रल जेल मे किस तरह से मोबाइल फोन पहुंचते थे, इस बारे में पुलिस ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। साबरमती सेन्ट्रल जेल में विशाल गोस्वामी और उसके दो शागिर्द अजय गोस्वामी और रिन्कु गोस्वामी के पास पुलिस ने दो स्मार्ट और एक सादा फोन, दो सिम कार्ड जप्त करने के जेल में कोम्बिंग किया। जिसमे जेल में से 23 मोबाइल मिले है। यह सभी मोबाइल विशाल गोस्वामी के होने का माना जा रहा है। हालांकि यह मोबाइल इतनी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच जेल में कैसे पहुंचे इस पर सवाल पैदा होता है। पुलिस ने भी इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। हालांकि चर्चा है कि कई पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से जेल में मोबाइल आसानी से पहुंच जाते है। इसके लिए अधिकारियों को लाखों रुपये दिये जाते है।

सुरंग कांड के लिए बदनाम, जेल में लगे जामर भी बेअसर

साबरमती सेन्ट्रल सुरंगकांड के लिए बदनाम है। यहां बंद बम ब्लास्ट के आतंकियों ने भागने के लिए 60 फीट लंबी सुरंग खोद दी थी। वहीं यहां से एक युवक दीवार फांदकर भी फरार हो गया था। विशाल गोस्वामी को साबरमती सेन्ट्रल जेल में धारा 268 के तहत यहां रखा गया है। इन अपराधियों को जेल से बाहर नहीं ले जाया जाता है। यहां बम ब्लास्ट के आतंकियों को भी रखा गया है। यहा जामर लगाया गया है। यहां चारों तरफ की दीवारों को फांद कर कोई कैदी भाग नहीं सकता है क्योंकि दीवार पर करंट दौडता है। हालांकि ये सभी काम नहीं कर रहे हैं। विशाल गोस्वामी जेल में आराम से नेट चलाता था और वीडियो कॉलिंग करता था।

कौन है विशाल गोस्वामी

मध्यप्रदेश के मुरैली जिले के मूल निवासी विशाल गोस्वामी पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, गोवा में कुल मिलाकर 51 मामले दर्ज हैं। विशाल वर्ष 2011 से गुजरात में सक्रिय है। उस पर गुजरात में हत्या, फिरौती, अपहरण, लूट सहित के दर्जनों मामले दर्ज है। पुलिस ने हत्या के एक मामले में विशाल 20 मार्च 2015 के दिन गिरफ्तार किया था। तब से वह साबरमती जेल में बंद है।


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