Snake Vnom: गुजरात में सांप के जहर से बनेंगी दवाएं, लाइलाज बीमारियों का होगा इलाज
Snake Vnom. सांप के जहर से दवा बनाने पर गुजरात सरकार खास जोर देगी ताकि कई गंभीर बीमारियों के उपचार में मदद मिल सके
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। सांप के जहर से अब मौत नहीं होगी बल्कि जहर अब दवा बनकर लोगों की कई लाइलाज बीमारियों का उपचार करेगा। देश में सर्पदंश से हर साल 12 हजार लोगों की मौत होती है। गुजरात में सर्पदंश संशोधन केंद्र की स्थापना कर सांप पर शोध किया जाएगी।
गांधीनगर में सांप व सर्पदंश पर आयोजित एक परिसंवाद में वनमंत्री गणपत सिंह वसावा ने बताया कि दुनिया में 3500 जाति के सांप पाए जाते हैं, जिनमें से 350 जाति के भारत में व गुजरात में इनकी 52 जातियां मौजूद है। सांप जहरीला प्राणी होने के चलते लोगों में भय रहता है, इसलिए जहां भी सांप नजर आता है लोग उसे मारने पर आमादा हो जाते हैं। गुजरात सरकर ने वलसाड के धरमपुर में सर्पदंश व सांप पर शोध के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का संशोधन केंद्र बनाने का फैसला किया है।
चेन्नई के बाद गुजरात में इस तरह का यह दूसरा केंद्र होगा। सांप के जहर से दवा बनाने पर सरकार खास जोर देगी, ताकि कई गंभीर बीमारियों के उपचार में मदद मिल सके। दुनिया में हर साल 50 लाख लोग व भारत में 12000 लोगों की मौत सर्पदंश के चलते हो जाती है। सर्पदंश को लेकर पुरातन मान्यताओं के चलते लोग झाड़फूंक कराते हैं, जिसके चलते भी लोगों की जान चली जाती है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात में आधुनिक सुविधाओं व तकनीक से युक्त शोध केंद्र बनाने को हरी झंडी दे दी है। राज्य के मुख्य वन संरक्षक डॉ डीके शर्मा ने बताया कि सांप प्रकृति की खाद्य श्रंखला का अहम हिस्सा हैं, खेतों में वह चूहों व कई तरह के जीव जंतुओं को खाकर किसान के मित्र की भूमिका अदा करता है। सर्पदंश के शिकार करीब 14 हजार लोगों की जान बचाने वाले डॉ डीसी पटेल ने सांप के बारे में कई रोचक बातें बताईं वहीं स्नेक लवर्स क्लब के धर्मेंद्र भाई त्रिवेदी ने सांप को अजब दुनिया का गजब जीव बताया।