अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। कामधेनु आयोग अब स्टार्ट अप के जरिए गाय के गोबर व गोमूत्र की मार्केटिंग करके गोपालकों की आय बढ़ाएगा। सरकार गोपालन के लिए 60 फीसद तक अनुदान बढ़ाने पर विचार कर रही है।
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष वल्लभ कथीरिया ने कहा कि गाय आधारित स्टार्ट अप लाया जाएगा। युवाओं को गाय आधारित व्यवसाय के लिए प्रेरित किया जाएगा। गाय से अब तक दूध, घी के जरिए ही धन अर्जित किया जाता है, लेकिन गोमूत्र के औषधीय उपयोग व गोबर के कृषि में उपयोग का प्रशिक्षण देकर युवाओं की आय को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए कथीरिया ने गांधीनगर स्थित उद्यमिता विकास संस्थान के प्राध्यापकों व छात्रों से मिलकर काउ बेस्ड बिजनेस मॉडल को युवाओं के लिए आकर्षक बनाने पर चर्चा की।
गुजरात गोसेवा आयोग के अध्यक्ष रहते डॉ कथीरिया ने गुजरात में गायों के संरक्षण के लिए गाय अभयारण्य बनाने की भी योजना बनाई थी। महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर के पास 1200 एकड़ भूमि पर दस हजार गायों को रखे जाने की योजना पर काम चल रहा है। कथीरिया ने बताया कि सरकार काउ ट्यूरिज्म सर्किंट का भी विचार कर रही है। देश की खास प्रजाति की गायों वाले राज्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, गोवा आदि राज्यों को इससे जोड़कर पर्यटन सर्किंट बनाने की भी योजना है। सरकार गोसंरक्षण से जुड़े कार्योें को लगातार प्रेरित कर रही है। सरकार इस क्षेत्र के स्टार्ट अप के लिए 60 फीसद तक अनुदान बढ़ाएगी। फरवरी, 2019 में ही सरकार ने 500 करोड़ रुपये की धनराशि के साथ कामधेनु आयोग शुरू किया था।
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