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कोरोना संकट के बीच कैसे हो 15 अगस्‍त, धार्मिक त्‍योहार व मेलों का आयोजन, सरकार संशय में

Corona epidemic कोरोना महामारी के बीच 15 अगस्‍त पर्व व मेलों का आयोजन किस प्रकार किया जाये इसे लेकर गुजरात सरकार संशय की स्थिति में है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 01:23 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 01:23 PM (IST)
कोरोना संकट के बीच कैसे हो 15 अगस्‍त, धार्मिक त्‍योहार व मेलों का आयोजन, सरकार संशय में
कोरोना संकट के बीच कैसे हो 15 अगस्‍त, धार्मिक त्‍योहार व मेलों का आयोजन, सरकार संशय में

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के बीच स्‍वतंत्रता दिवस व अन्‍य धार्मिक त्‍योहार वे मेलों को कैसे मनाया जाए तथा उसका कैसे आयोजन किया जाए इस पर गुजरात सरकार मंथन कर रही है। प्रदेश में कोरोना के लगातार फैलने से सरकार असमंजस की स्थिति में है ऐसे में उपमुख्‍यमंत्री नितिन पटेल ने वरिष्‍ठ मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्‍मा, कौशिक पटेल, प्रदीपसिंह जाडेजा आदि की उपस्थिति में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों से सलाह मशविरा कर रही है।

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 गुजरात में पवित्र सावन मास की शुरुआत के साथ ही अंबा माताजी का मेला, डाकोर मेला व अन्‍य कई धार्मिक मेले व त्‍योहारों  का आयोजन होता है। आगामी स्‍वतंत्रता दिवस में भी गिनती के दिन ही शेष हैं ऐसे में राज्‍य सरकार असमंजस की स्थिति में है कि राष्‍ट्रीय पर्व व अन्‍य धार्मिक त्‍योहार व मेलों के आयोजन की मंजूरी दी जाए अथवा नहीं। खुद सरकार भी 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस का आयोजन किस तरह करे तथा सरकार, प्रशासन व जनता की भागीदारी कैसे हो तथा कितनी हो। राज्‍य सरकार इस बात को लेकर भी चिंतित है कि कोरोना महामारी से जूझने के लिए जब सोशल डिस्‍टेंसिंग बड़ा हथियार है तब मेले, त्‍योहार व अन्‍य आयोजनों से कोरोना फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

 गुजरात में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 50 हजार को पार कर गया है, बीते चौबीस घंटे में राज्‍य में एक हजार कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई। राज्‍य में कोरोना के चलते अब तक 2170 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले अहमदाबाद में अब तक 25 हजार संक्रमित हो चुके हैं जबकि 1552 से अधिक की मौत हो चुकी है। सरकार इस महामारी के बीच धार्मिक त्‍योहार व मेलों के आयोजन को मंजूरी देने के पक्ष में नहीं है। हालांकि राज्‍य में मंदिरों के खुलने पर अब कोई रोक नहीं है इसके बावजूद कई ऐतिहासिक व बड़े मंदिर प्रबंधनों ने खुद कोरोना महामारी के चलते हाल मंदिरों को बंद रखने का फैसला किया है।

 मस्जिद, गिरजा व गुरुद्वारों में भी सरकारी की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। बैठक में उपमुख्‍यमंत्री नितिन पटेल ने वरिष्‍ठ नेता एवं शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्‍मा, राजस्‍व मंत्री कौशिक पटेल, ग्रह राज्‍यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, मुख्‍य सचिव अनिल मुकीम, पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा सहित कई आला अधिकारी मौजूद थे।


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