गुजरात में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, एनडीआरएफ की टीमें तैनात
गुजरात के मुख्य सचिव अनिल मुकीम ने भारी बारिश की चेतावनी के बाद स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पर आला अधिकारियों से हालात की समीक्षा की।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते शहर व गांवों में जनजीवन भारी अस्त व्यस्त हो गया है। बीते 24 घंटे में मेहसाणा के कडी में 12 इंच बारिश हुई। इसके अलावा 248 तहसीलों में एक से 11 इंच तक बारिश दर्ज की गई। मुख्य सचिव अनिल मुकीम ने भारी बारिश की चेतावनी के बाद स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पर आला अधिकारियों से हालात की समीक्षा की। गुजरात में मानसून की करीब 95 फीसद बारिश हो चुकी है। कच्छ जिले में सर्वाधिक 162 प्रतिशत बारिश हुई। एनडीआरएफ की 13 टीमें विविध जिलों में तैनात है, वहीं एसडीआरएफ की 13 टीमें स्टेंड बाय रखी गई है।राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भारी बारिश के बाद पाटन जिले के कई इलाकों में बाढ़ के बाद मौजूद है।
राज्य के 108 जलाशय लबालब भर जाने के बाद हाई अलर्ट पर हैं, जबकि 31 जलाशय के लिए अलर्ट जारी किया गया है। आगामी दो दिन तक उत्तर गुजरात, कच्छ व सौराष्ट्र में भारा बारिश की चेतावनी के चलते मुख्यसचिव मुकीम ने राहत एवं बचाव कार्यों से जुड़े आला अधिकारियों की बैठक कर हालात का जायजा लिया। राहत आयुक्त डॉ हर्षद पटेल ने बताया कि मौसम विभाग ने कच्छ-सौराष्ट्र व उत्तर गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, पाटण, मेहसाणा, गांधीनगर, मोरबी, अहमदाबाद, महिसागर, खेडा, पंचमहाल,द्वारका, राजकोट, जूनागढ, जामनगर, पोरबंदर सहित कच्छ जिल में 23 व 24 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी दी है।
पटेल ने बताया कि सरदार सरोवर नर्मदा बांध में अब तक करीब 60 फीसद, 2 लाख 3237 मिलियन क्यूबिक फीट जल संग्रह हो चुका है। बांध का जलस्तर 124,52 मीटर तक पहुंचा है। राज्य के 205 में से 108 हाईअलर्ट पर हैं। जबकि 31 जलाशय के लिए अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के 68 बांध सौ फीसद भर चुके हैं, जबकि 44 नदियां तथा 41 जलाशय पानी से भरकर ओवरफ्लो हो गए हैं। मानसून के करीब दो माह के काल में राज्य में अब तक 13108 लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया है।