गुजरात का दिल अहमदाबाद
यहां ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व की इमारतों, मोहल्लों, मकबरों के साथ हिंदू-मुस्लिम संस्कृति की साझा विरासत को देखा जा सकता है।
अहमदाबाद, जेएनएन। साबरमती नदी के किनारे बसा गुजरात का अहमदाबाद ऐतिहासिक एवं आधुनिक शहर है। इसे सुल्तान अहमद शाह द्वारा बसाया गया था। तकरीबन 600 वर्ष पुराना यह शहर अब पेरिस, वियना, काहिरा, ब्रसेल्स, रोम और एडिनबर्ग जैसे शहरों की सूची में शामिल हो गया है। यूनेस्को ने इसे वल्र्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया है।
यहां ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व की इमारतों, मोहल्लों, मकबरों के साथ हिंदू-मुस्लिम संस्कृति की साझा विरासत को देखा जा सकता है। गांधी जी का साबरमती आश्रम यहीं है। यहीं से उन्होंने दांडी मार्च शुरू करके नमक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी। इस आश्रम में एक संग्रहालय भी है। गांधी जी से जुड़ी बहुत-सी निशानियों को यहां देखा जा सकता है। वैसे, यहां सीदी सैयद मस्जिद की जाली बेहद खूबसूरत है। यह कलात्मक शैली का बेजोड़ नमूना है। यहां अदलज की बाव भी एक दर्शनीय जगह है, जो अहमदाबाद से तकरीबन 17 किलोमीटर की दूरी पर है। इस बाव में स्तंभ और दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी की गई है।
अहमदाबाद के दर्शनीय स्थलों में से एक मोढेरा का सूर्य मंदिर भी है, जो स्थापत्य कला का बेहतरीन नमूना है। यहां कांकरिया बेहद खूबसूरत झील है। इस झील के मध्य में एक खूबसूरत बाग है। झूलती मीनार भी अहमदाबाद आने वाले पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है। इस मीनार की खासियत है कि जब एक मीनार हिलती है, तो थोड़ी देर बाद दूसरी मीनार भी हिलने लगती है। यहां हटथीसिंग जैन मंदिर, स्वामी नारायण मंदिर, जामा मस्जिद, महुदी जैन मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, सरखेज रोजा आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।