Gujarat Lockdown Effect: लॉकडाउन में बंद मत्स्योद्योग, मछुआरों को समुद्र में जाने की मिली मंजूरी
गुजरात सरकार ने लॉकडाउन में बंद मत्स्योधोग और उससे संलग्न रोजगार-धंधा को शुरू करने का निर्णय किया हैं।
अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने लॉकडाउन में बंद मत्स्योधोग और उससे संलग्न रोजगार-धंधा को शुरू करने का निर्णय किया हैं। इसी के साथ प्रथम चरण का लॉकडाउन 14 अप्रैल को पूरा होने के बाद बड़े उधोगों और कृषि क्षेत्रों में भी आंशिक तौर पर छूट देने की संभावना है। जिन शहरों में कोरोना की रोकथाम में सफलता मिली है, वहाँ इसमें छूट मिलेगी। वहीं राज्य में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन जारी रहने की संभावना है।
राज्य में कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में राज्य के मछुआरों की आर्थिक हालत खराब हैं। उन्हें जीवन निर्वाह करना दुष्कर है। इस तरह के हालात और मांग के मद्देनजर राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मत्स्योधोग को पुनः शुरू करने का निर्णय किया हैं। इस प्रकार पहले चरण का लॉकडाउन 14 अप्रैल को पूरा होने से पहले से ही इसे शुरू कर दिया जायेगा। इसी के साथ मत्स्योधोग से सम्बद्ध प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, कोल्डचेन और ट्रान्सपोर्ट वगैरह को भी लॉकडाउन से छूट दे दी गयी हैं। अब इस व्यवसाय में लगे लोग व्यापार व्यवसाय शुरू कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में जाने के लिए टोकन देने की शुरूआत कर दी गयी हैं। राज्य सरकार ने मच्छी पकड़ने के साथ ही इससे सम्बद्ध अन्य उधोगों को भी शुरू करने का निर्णय किया हैं। इसमें पैकेजिंग, प्रोसेसिंग, ट्रान्सपोर्ट सहित अन्य व्यवसाय भी शामिल हें।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त होने के बाद बड़े उधोग और कृषि व्यवसाय में भी आंशिक छूट छाट मिलने की संभावना हैं। मुख्यमंत्री ने राजकोट सहित राज्य की महानगर पालिकाओं के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में संभावना व्यक्त की हैं।
उन्होंने कहा जिन शहरों में कोरोना को रोकने में सफलता मिली है वहाँ बड़ी तादाद में श्रमिक रहते हैं। वहाँ उधोगों को क्रमशः शुरू करने की संभावना हैं।