गुजरात में आशा पटेल को मनाने में जुटी कांग्रेस, यहां से टिकट देने की पेशकश
Dr Ashaben Patel. डॉ आशाबेन पटेल को मनाने के लिए कांग्रेस ने मेहसाणा लोकसभा का टिकट देने की पेशकश की है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देकर गुजरात की राजनीति में हलचल मचाने वाली डॉ आशाबेन पटेल को मनाने के लिए पार्टी ने मेहसाणा लोकसभा का टिकट देने की पेशकश की है। उधर, डॉ पटेल की उपेक्षा करने वाले प्रदेश महासचिव कीर्ति सिंह झाला को पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव ने सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। ऊंझा से पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी अगले उम्मीदवार हो सकते हैं।
गुजरात कांग्रेस को उम्मीद है कि डॉ आशाबेन पटेल ने आवेश में आकर विधायक पद से भले इस्तीफा दे दिया, लेकिन वे भाजपा में शामिल नहीं होंगी। कांग्रेस आशाबेन को मनाने का हरसंभव प्रयास कर रही है, उसका प्रमुख कारण है उत्तर गुजरात की राजनीति। ऊंझा मां उमिया धाम के चलते पाटीदार समाज की राजनीति का केंद्र रहा है। प्रदेश के सबसे कद्दावर मुख्यमंत्री चिमनभाई पटेल मध्य गुजरात से होने के बावजूद ऊंझा की राजनीति पर हमेशा पकड़ बनाकर रखते थे। डॉ आशाबेन शिक्षित होने के साथ युवा व फायर ब्रांड पाटीदार नेता हैं। उन्होंने पाटीदार समाज के वयोवृद्ध नेता नारण लल्लू को हराया, जिसके बाद से उत्तर गुजरात की राजनीति का अहम चेहरा बन गई हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने विश्वास जताया है कि डॉ आशाबेन कभी भी भाजपा में शामिल नहीं होंगी। उनका कहना है कि तेजतर्रार विधायक होने के चलते उनका नाम मेहसाणा लोकसभा सीट के पैनल में सबसे ऊपर है। नेता विपक्ष परेश धनाणी को डॉ आशाबेन को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है।
गुजरात विधानसभा खंडित
राज्य की विधानसभा के सदस्यों की संख्या 182 है, बहुत कम समय ही अखंडित रही है। अधिकांश समय विधानसभा खंडित रही ओर आशाबेन के इस्तीफा देने के साथ ही विधानसभा फिर खंडित हो गई। इससे पहले जसदण सीट से विधायक चुने गए कुंवरजी बावलिया के इस्तीफा देने से विधानसभा खंडित हो गई, लेकिन गत माह चुनाव होने के बाद एकबार फिर विधानसभा खंडित हुई। विधानसभा सचिव डीएम पटेल बताते हैं कि आशाबेन पटेल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है तथा ऊंझा विधानसभा सीट अभी खाली हो गई है। संभावना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के साथ ही इस सीट का चुनाव भी करा लिया जाए। आशाबेन के लोकसभा चुनाव लड़ने की सूरत में ऊंझा से दो महिला पाटीदार नेता गीताबेन पटेल व वंदना पटेल प्रबल दावेदार हैं। सूत्र बताते हैं कि हार्दिक पटेल भी इस सीट से दावेदारी कर सकते हैं। चूंकि हार्दिक कडवा पाटीदार समुदाय से आते हैं और ऊंझा इस समुदाय की राजनीति का एपिसेंटर है।