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गुजरात कांग्रेस में उथलपुथल, प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा और नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी ने दिया इस्तीफा

गुजरात उपचुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद से ही इस्‍तीफा देने का मूड बना चुके कांग्रेस अध्‍यक्ष अमित चावड़ा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे परेश धनानी ने राज्य के पार्टी प्रभारी राजेश यादव को को बुधवार को सौंप दिया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 16 Dec 2020 05:09 PM (IST)Updated: Wed, 16 Dec 2020 05:27 PM (IST)
गुजरात कांग्रेस में उथलपुथल, प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा और नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस अध्‍यक्ष अमित चावड़ा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे परेश धनानी का इस्‍तीफा

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात उपचुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद से ही इस्‍तीफा देने का मूड बना चुके कांग्रेस अध्‍यक्ष अमित चावड़ा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे परेश धनानी ने राज्य के पार्टी प्रभारी राजेश यादव को को बुधवार को सौंप दिया है। इससे पूर्व नवंबर माह में ही आठों सीट के उपचुनाव के परिणाम आते ही गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्‍यक्ष अमित चावड़ा ने आलाकमान के समक्ष हार की जिम्‍मेदारी लेते हुए इस्‍तीफे की पेशकश कर दी थी। हालांकि इससे पहले हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने छह में से तीन सीट पर जीत दर्ज की थी। गत विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद वरिष्‍ठ नेता भरत सिंह सोलंकी के स्‍थान पर अध्‍यक्ष बनाया गया था।

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सोशल मीडिया में यह बात आते ही चावड़ा खेमे के कुछ कार्यकर्ताओं ने चावड़ा का यह कहते हुए बचाव किया था कि कि कांग्रेस इससे पहले भी कई राज्‍यों व देश में चुनाव हार चुकी है, लेकिन किसी नेता ने इस्‍तीफा नहीं दिया। यह तर्क देते हुए कार्यकर्ता चावड़ा से अपील कर रहे थे कि उन्‍हें भी इस्‍तीफा नहीं देना चाहिए। उनकी दलील थी कि प्रदेश कांग्रेस को चावड़ा ही इस स्थिति में बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं। उनका यह भी कहना था कि गत उपचुनाव में कांग्रेस ने तीन सीट जीत ली थी, तब कोई उन्‍हें शाबाशी देने नहीं आया था। मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में कांग्रेस गुजरात में सभी आठ सीटों पर हार गई थी। उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को करीब 25 प्रतिशत मत अधिक लेकर करारी शिकस्‍त दी है। भाजपा ने इस चुनाव में 54.80 प्रतिशत मत हासिल किए, जबकि कांग्रेस महज 29.97 प्रतिशत ही मत हासिल कर पाई। 

पार्टी की हार को कांग्रेस प्रभारी व सांसद राजीव सातव ने गंभीरता से लिया। उनका कहना था कि दीपावली के बाद इसका विश्‍लेषण करेंगे तथा करेक्टिव एक्‍शन यानी पार्टी में जो भी आवश्‍यक सुधार की जरूरत होगी, वे कदम उठाएंगे। सातव का यह भी कहना था कि राजनीति में हार-जीत होती रहती है, लेकिन साथ ही उन्‍होंने गुजरात में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का मुद्दा भी उठाया है। चुनाव परिणाम के बाद चावड़ा ने कहा कि सत्‍ता व पैसों की ताकत पर भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि भाजपा अध्‍यक्ष सीआर पाटिल ने कांग्रेस नेताओं को कमरों में बैठकर ट्वीट करने वाले नेता बताते हुए चुटकी ली।


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