गुजरात: औवेसी के दबाव में दरकने लगी कांग्रेस, एक दर्जन पार्षद ने भेजे इस्तीफे
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन औवेसी के दबाव के चलते गुजरात कांग्रेस की एकता महानगर पालिका में विपक्ष के नेता को लेकर बिखर गई। एक दर्जन पार्षद प्रदेश आलाकमान के फैसले के खिलाफ उसे अपने इस्तीफे भेज चुके हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता को लेकर दिखी कांग्रेस की एकता महानगर पालिका में विपक्ष के नेता को लेकर बिखर गई। लगभग एक दर्जन प्रदेश आलाकमान के फैसले के खिलाफ पार्षदों ने इस्तीफा भेज दिया है। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन औवेसी के दबाव के चलते पार्टी में यह हालात उत्पन्न हुए हैं।
गुजरात कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है, कई जगह कांग्रेस की हार भी इसी कारण हुई है। लंबी खींचतान के बाद प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी डॉ रघु शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस के सभी धड़ों में आपसी समझौता कराकर प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जगदीश ठाकोर तथा नेता विपक्ष के लिए सुख राम राठवा के नाम पर सहमति बनाई। कांग्रेस नेताओं ने इनकी घोषणा के बाद कई मौकों पर एकता दिखाने का भी प्रयास किया लेकिन अहमदाबाद महानगर पालिका में नेता विपक्ष को लेकर 10 माह से फंसा पेंच एक बार फिर पार्टी को टूट की कगार पर ले आया है।
पार्टी आलाकमान ने मनपा में नेता विपक्ष के लिए दाणीलीमडा से पार्षद शहजाद खान पठान का नाम आगे बढाया तो 5 महिलाओं समेत 11 पार्षदों ने पार्टी को अपने इस्तीफे भेज दिये। राजश्री केसरी, कमला बेन चावडा, हाजी मिर्जा ने खुलकर शहजाद का विरोध करते हुए उसके नेत्रत्व को अस्वीकार किया है। विधायक इमरान खेडावाला ने कहा है कि दो दो साल के टर्म में बागी नेताओं को अगली बार चुना जाएगा लेकिन बागी पार्षद आर पार के मूड में है। गौरतलब है कि शहजाद खान ने कुछ समय पहले अहमदाबाद आए एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन औवेसी से एक होटल में मुलाकात कर कांग्रेस छोडने के संकेत दिये थे, कांग्रेस इसी दबाव में उनको नेता विपक्ष का पद देने को तैयार है लेकिन करीब एक दर्जन पार्षद इससे नाराज हैं।
इन 11 पार्षद ने भेजे इस्तीफे
महानगर पालिका में कांग्रेस पार्षद कमलाबेन चावडा, इकबाल शेख, राजश्री केसरी, हाजी मिर्जा, नीरव बक्षी, जमना वेगडा, माधुरी कलापी, कामिनी बेन झा, तस्लीम आलम तिरमिजी, जुल्फीखान पठाण, निकुलसिंह तोमर ने पार्टी को अपने इस्तीफे देकर अपना फैसला बदलने को कहा है।