Gujarat: सीएनजी टर्मिनल में 13 अरब का होगा निवेश, युवाओं को मिलेगा रोजगारः विजय रूपाणी
CNG terminal गुजरात के सीएम विजय रूपाणी करे मुताबिक नीदरलैंड व भारतीय कंपनी मिलकर आगामी तीन साल में सीएनजी ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट को पूरा करेगी।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। CNG terminal: नीदरलैंड की कोन्सोर्शीयम डवलपर व भारत की फॉरसाइट कंपनी मिलकर गुजरात के भावनगर में 13 अरब रुपये के निवेश से गुजरात का पहला ब्राउन फील्ड प्रोजेक्ट सीएनजी टर्मिनल पोर्ट विकसित करेंगे। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया इसके साथ ही गुजरात सीएनजी व एलएनजी टर्मिनल वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को भावनगर में सीएनजी टर्मिनल पोर्ट के समझौता पत्र को मंजूरी देते हुए बताया कि नीदरलैंड व भारतीय कंपनी मिलकर आगामी तीन साल में सीएनजी ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। रूपाणी ने बताया कि वर्ल्ड मेरीटाइम मैप पर गुजरात का नाम अंकित हो जाएगा। साथ ही, गुजरात देश में सीएनजी व एलएनजी टर्मिनल वाला पहला राज्य भी बन जाएगा।
इस मौके पर सीएम ने बताया कि भावनगर पहले से शिप ब्रेकिंग यार्ड के लिए दुनिया में प्रख्यात है। 13 सौ करोड़ के प्रोजेक्ट से सालाना 15 लाख टन क्षमता का सीएनजी टर्मिनल, 45 लाख टन क्षमता का लिक्विड कार्गो टर्मिनल-कंटेनर और व्हाइट कार्गो व रो-रो टर्मिनल का विकास किया जाएगा। आगामी डेढ़ वर्ष में इसके लिए पर्यावरणी मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद तीन साल में यह प्रोजेक्ट पूर्ण किया जाएगा। 1900 करोड़ के कुल प्रोजेक्ट के साथ फिर भावनगर पोर्ट की वार्षिक कार्गो वहन क्षमता बढ़कर नौ मिलियन मैट्रिक टन हो जाएगी। इससे स्थानीय स्तर पर परिवहन, वेयर हाउसिंग के क्षेत्र में युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा। इससे प्रदेश के साथ देश के लोगों को भी काफी लाभ होगा।
गौरतलब है कि गुजरात में कोरोना टेस्ट को बढ़ावा देने तथा टेस्ट को लेकर जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोमवार को गांधीनगर में खुद कोरोना का टेस्ट कराया। गुजरात में प्रतिदिन कोरोना टेस्ट की संख्या 70000 से अधिक पहुंच गई है। इसके बावजूद अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा व राजकोट आदि शहरों में लोग कोरोना का टेस्ट कराने से बचते नजर आ रहे हैं। कोरोना की व्यापकता को भयानकता को देखते हुए लोगों में इस बात का भी डर है कि पॉजिटिव आने पर उन्हें जबरदस्ती अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा।