गुजरात में भाजपा ने शुरू की लोकसभा चुनाव की तैयारियां, CR Patil बोले- विरोधियों की जमानत जब्त होनी चाहिए
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के बाद से ही लोकसभा चुनाव के लिए भी कमर कस ली है। चिंतन शिविर के चंद दिन बाद ही सूरत में मंथन बैठक कर पाटिल ने जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को अपने अपने क्षैत्र में प्रभावी तरीके से काम करने की नसीहत दी।
गांधीनगर, शत्रुघ्न शर्मा। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी गुजरात भाजपा के मुखिया सीआर पाटिल ने नर्मदा जिले के केवड़िया में हुए पार्टी के चिंतन शिविर के तुरंत बाद सूरत में मंथन बैठक बुलाकर कहा कि लोकसभा चुनाव में विरोधियों की जमानत जब्त हो जानी चाहिए। पाटिल ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि स्थानीय निकायों में अधिकारियों को हावी नहीं होने दें। पिछले दो लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 26 सीट पर कब्जा जमाने में सफल रही है।
विरोधियों की जमानत जब्त कराने की रणनीति पर काम शुरू
राज्य में कुछ माह पहले ही संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा विधानसभा की 182 में से रिकॉर्ड 156 सीट जीतने में सफल रही, लेकिन उसने आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 26 सीट जीतने के साथ इससे आगे बढ़कर सभी विरोधी प्रत्याशियों की जमानत जब्त कराने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक गत दिनों नर्मदा जिले के केवड़िया में हुई। इसमें केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी व लाभ अधिक से अधिक जनता तक पहुंचाने पर विचार-विमर्श हुआ।
विधानसभा के लोस चुनाव के लिए भी कसी कमर
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के बाद से ही लोकसभा चुनाव के लिए भी कमर कस ली है। चिंतन शिविर के चंद दिन बाद ही सूरत में मंथन बैठक कर पाटिल ने जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को अपने अपने क्षैत्र में प्रभावी तरीके से काम करने की नसीहत दी। साथ ही पाटिल ने कहा कि कोई भी अधिकारी चुने हुए जनप्रतिनिधियों पर हावी नहीं हो सकें इसका खयाल रखें। पाटिल ने पार्टी नेताओं और जनप्रतिनिधियों को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए खुली छूट देते हुए जनहित के कामों में जुट जाने के निर्देश दिये। इस बैठक में नगर पालिका, महानगर पालिका के पदाधिकारी व पाटी विधायकों और प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा संगठन में शामिल पार्टी नेताओं को बुलाया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष व प्रभारी बदलने की अटकलें
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर और प्रभारी डॉ. रघु शर्मा को बदले जाने की अटकलें हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस संगठन बिखर सा गया है, प्रदेश के नेताओं व पार्टी प्रभारी के बीच भी संवाद की स्थिति नहीं है। अब यह बात पार्टी नेता भी स्वीकारने लगे हैं कि प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी को बदला जाना तय है। नये अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ नेता दीपक बाबरिया का नाम सबसे ऊपर है।
मध्य प्रदेश में गत विधानसभा चुनाव में बाबरिया पर्यवेक्षक बनाये गये थे, पार्टी को जीत मिली, लेकिन सरकार टिकी नहीं। चुनावों के दौरान बाबरिया को महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व राजस्थान में भी कई अहम जिम्मेदारियां सौंपी जा चुकी है। पूर्व नेता विपक्ष परेश धनाणी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तुषार चौधरी का नाम भी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं। गुजरात में जल्द ही निकाय चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस संगठन को दुरुस्त कर लेना चाहती है।