2006 के कालूपुर बम धमाके के आरोपित को गुजरात एटीएस ने किया गिरफ्तार
Gujarat ATS अहमदाबाद के कालूपुर एक रेलवे स्टेशन पर 19 फरवरी 2006 में हुए बम धमाके के आरोपित अब्दुल रजाक गाजी को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद, एएनआइ। गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद के कालूपुर एक रेलवे स्टेशन पर 19 फरवरी, 2006 में हुए बम धमाके के एक आरोपित अब्दुल रजाक गाजी को पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से बांग्लादेश सीमा के पास बसीरहाट से गिरफ्तार किया है। वीरवार को यह जानकारी गुजरात एटीएस के एसपी इम्तियाज शेख ने दी। उन्होंने बताया कि इस आरोपित ने धमाके के मुख्य आरोपित असलम कश्मीरी और महमद इलियास समर मेमन को अपने यहां शरण दी थी। यह लश्कर के सक्रिय उन आतंकियों को सीमा पार करवाता है, जो बांग्लादेश से कश्मीर जाते हैं। इसने अबु जुंडाल (26/11 हमले का आरोपित) को भी बॉर्डर पार करवाया था। इधर, आरोपित को गुजरात लाकर पूछताछ की जा रही है।
इधर, गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोरधन झडफिया की हत्या करने के इरादे से अहमदाबाद पहुंचे छोटा शकील गिरोह के दो शूटर में से एक को एटीएस व क्राइम ब्रांच ने मंगलवार रात एक होटल से गिरफ्तार किया था। पूर्व गृह राज्यमंत्री की हत्या के लिए पाकिस्तान से छोटा शकील को सुपारी दी गई थी। आरोपित के मोबाइल में प्रदेश भाजपा कार्यालय श्रीकमलम का वीडियो व झडफिया का फोटो मिला है। राज्य के गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने बताया कि आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की एक टीम मंगलवार देर रात अहमदाबाद रिलीफ रोड स्थित वीनस होटल पहुंची जहां छोटा शकील गिरोह के दो शूटर कमरा नंबर 105 में छिपे थे। पुलिस ने उन लोगों को समर्पण करने की चेतावनी दी, लेकिन उनकी ओर से फायरिंग की गई। पुलिस ने भी जवाबी फाय¨रग की। इस मामूली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक शूटर इरफान इस्माइल शेख को पकड़ लिया लेकिन उसका साथी सलमान भाग निकला।
जाडेजा ने बताया कि ये शूटर मुंबई से आए थे। पाकिस्तान की ओर से इन्हें गुजरात भाजपा नेताओं की सुपारी दी गई थी। पूछताछ में इरफान ने कहा कि उसे ढाई-ढाई लाख की सुपारी दी गई थी। पुलिस ने उसके पास से एक ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की है। मिली जानकारी के अनुसार, ये लोग भाजपा कार्यालय व भाजपा नेताओं के ठिकानों की कई बार रेकी कर चुके थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के साथ सोमनाथ दौरे पर निकले झडफिया ने कहा कि नवसारी और वलसाड में उन्हें रेकी किए जाने की आशंका हुई थी। फरवरी 2002 में गुजरात दंगों के समय गोरधन झडफिया ही प्रदेश के गृह राज्यमंत्री थे। वह पहले से ही आतंकियों और कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं।