अहमदाबाद, जेएनएन। विधानसभा की ओर से कांग्रेस को नेता विपक्ष पद देने को लेकर हाल कोई निर्णय नहीं हुआ लेकिन कांग्रेस विधायक अमित चावडा ने बुधवार को विधानसभा में नेता विपक्ष कार्यालय की जिम्मेदारी संभाल ली। यहां पूर्व नेता विपक्ष सुखराम राठवा ने जहां पार्टी में सुधारकी जरुरत बताई वहीं विधायक सी जे चावडा ने कांग्रेस के 17 विधायकों को पांडव तथा भाजपा के 156 विधायकों को कौरव बताया।
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी ने कांग्रेस से अपने विधायक दल के नेता का नाम मांगा था जिसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल ने नेता विपक्ष के लिए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित चावडा व उपनेता के रूप में पूर्व उपसचेतक शैलेष परमार की नियुक्ति कर दी थी। कांग्रेस को अभी भी सरकार की ओर से विधानसभा में नेता विपक्ष का पद दिये जाने पर संशय है।
चावडा ने संभाला नेता विपक्ष के कार्यालय का पदभार
सरकार अध्यादेश लाकर इस पद के लिए विधानसभा में न्यूनतम 10 प्रतिशत सीट जीतने का नियम बना सकती है, कांग्रेस नेताओं को ऐसी आशंका है लेकिन इसके बीच बुधवार को चावडा ने नेता विपक्ष के कार्यालय का पदभार संभाल लिया, जबकि परमार ने उपनेता का कार्यालय संभाल लिया।
पूर्व नेता विपक्ष सुखराम राठवा ने यहां कांग्रेस की हार के लिए ईवीएम के जिम्मेदार होने की बात को नकारते हुए कहा कि पार्टी ने किसान, छात्रों व अन्य वर्ग की बात उठाई लेकिन पार्टी को उनका साथ नहीं मिला। उन्होंने पार्टी में सुधार की जरुरत बताई। वरिष्ठ विधायक सी जे चावडा ने कहा कि महाभारत के युद्ध में पांडवों के साथ 17 व कौरवों के साथ 156 राजा थे।
नेताओं को जमीन पर उतरकर मेहनत करने की जरूरत: मोढवाडिया
यह आंकडा उन्होंने इस आंकडे का कोई संदर्भ नहींबताया लेकिन विधानसभा में कांग्रेस को पांडव व भाजपा को कौरव जरुर बता दिया। विधायक एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि पार्टी नेताओं को रचनात्मक कामों के साथ जमीन पर उतरकर काफी मेहनत करने की जरुरत है। कांग्रेस को जिताने के लिए सतत लोक संपर्क व उनके बीच रहना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर भी यहां मौजूद रहे।
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