अहमदाबाद, जेएनएन। जी-20 समूह देशों के पर्यटन कार्यकारी समूह की सात से नौ फरवरी तक कच्छ में बैठक होगी। मेहमानों का स्वागत गुजराती संस्कृति के अनुरूप होगा साथ ही उन्हें गुजराती व्यंजन परोसे जाएंगे तथा गुजरात के पर्यटन स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। जी-20 समूह के देश ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा , चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान, मेक्सिको, रूस, सउदी अरब, साउथ अपिफ्रका, टर्की, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट, यूरोपियन संघ के पर्यटन से जुडे प्रतिनिधि गुजरात के कच्छ घोरडो के सफेद रण में सात से नौ फरवरी को आयोजित बैठक में शामिल होंगे।
सात एवं आठ फरवरी को इस बैठक में शिरकत करेंगे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सात एवं आठ फरवरी को इस बैठक में शिरकत करेंगे। मेहमानों का स्वागत कच्छ गुजरात की संस्कृति के अनुरूप किया जाएगा। विदेशी मेहमानों को यहां गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र एवं काठियावाडी व्यंजन खमण, ढोकला, खांडवी, हांडवो, पात्रा, ऊंधीयू, फाफडा, जलेबी, बाजरे की रोटी, मीठी कढी, सादा-मसाला खिचडी, मेथी व दाल के पकौडे,बासुंदी, श्रीखंड आदि परोसे जाएंगे। जी20 समूह के प्रतिनिधियों की गुजरात में 15 बैठकें होंगी, इनमें कच्छ के अलावा अहमदाबाद,गांधीनगर, सूरत, वडोदरा आदि शहरों में भी इसके आयोजन होंगे।
कच्छ के पर्यटन स्थल जाएंगे
जी20 देशों के प्रतिनिधियों को कच्छ की सभ्यता, संस्क्रति, हस्तकला व पर्यटन स्थलों की दर्शन कराए जाएंगे। कच्छ के गांवों में मिट्टी व घास फूस से बने भूंगे, हस्तकला के नायाब नमूने, कच्छी चनिया-चोली, हाथ से बुने दुशाले के अलावा मिट्टी, कपडे व धातू से बने हस्तकाल के नमूनों भी दिखाए जाएंगे। मेहमान कच्छ के सफेद रेगिस्तान के दर्शन कर सकेंगे वहीं कालाडूंगर, कच्छ विजय विलास पैलेस, श्यामजी क्रष्ण वर्मा स्मारक, आइना महल, कच्छ के संग्रहालय, धोलावीरा, फ्लेमिंगो सिटी, अभयारण्य, मांडवी बीच आदि जगहों पर घूमाने ले जाएंगे।
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