Gujarat: महंत दिलीप दास के पोस्टर लगाने के आरोप में कांग्रेस के चार कार्यकर्ता गिरफ्तार
Mahant Dilip Das कांग्रेस के बोडकदेव वार्ड अध्यक्ष वीरम देसाई उपाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा कार्यकर्ता भूपेंद्र वाघेला तथा प्रिंटिंग प्रेस मालिक शाहर देसाई को गिरफ्तार किया गया है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Mahant Dilip Das: भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा नहीं निकलने से नाराज महंत दिलीप दास के पोस्टर शहर में लगाने के आरोप में पुलिस ने कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। हालांकि खुद महंत यह कह चुके हैं कि इस बात को लेकर गुजरात सरकार या किसी व्यक्ति से उनकी कोई नाराजगी नहीं है। महानगर के वस्त्रापुर तथा सैटेलाइट इलाके में कई जगहों पर जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास के फोटो वाले पोस्टर लगाए गए थे। इन पर लिखा था हिंदुओं के राज में महंत मांगे मौत, राम के नाम पर मांगे वोट जगन्नाथ के लिए मन में खोट तथा किया विश्वासघात माफ नहीं करेंगे जगन्नाथ।
वस्त्रापुर पुलिस ने इस तरह के आपत्तिजनक पोस्टर लगाने के लिए कांग्रेस के बोडकदेव वार्ड अध्यक्ष वीरम देसाई, उपाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, कार्यकर्ता भूपेंद्र वाघेला तथा प्रिंटिंग प्रेस मालिक शाहर देसाई को गिरफ्तार किया है। जोन-1 पुलिस उपायुक्त प्रवीण मल्ल ने बताया कि पोस्टर लगाने के उद्देश्य का पता लगाना है। महंत मौत मांगे इस तरह के नारे लिखे गए हैं, जो गंभीर बात है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है तथा और सुबूत जुटा रही है। पुलिस यह भी जानना चाहती है कि इस तरह के पोस्टर और कहां लगाए गए।
गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने कोरोना महामारी के चलते भगवान जगन्नाथ की 143वीं ऐतिहासिक रथयात्रा पर रोक लगा दी थी। गत 23 जून को अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलनी थी। 22 जून को मध्य रात्रि तक रथयात्रा का विवाद हाईकोर्ट में चला। आखिर उच्च न्यायालय ने कोरोना के फैलने के डर से जनहित में रथयात्रा नहीं निकालने देने का फैसला किया। 23 जून को रथयात्रा नगर भ्रमण के लिए नहीं निकली और मंदिर परिसर में ही यात्रा का आयोजन किया गया था। 24 जून को मंदिर के महंत दिलीप दास जी ने कहा कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है। गुजरात सरकार ने उन्हें रथयात्रा को लेकर भरोसा दिया था, लेकिन अदालत ने इस पर रोक लगा दी। उनका कहना था कि उन्हें समय रहते बताया जाता तो वे उच्चतम न्यायालय की मदद ले सकते थे। महंत की नाराजगी को देखते हुए सरकार के गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा तुरंत मंदिर पहुंचे तथा महंत से मुलाकात की थी, जिसके बाद महंत ने सरकार से नाराज होने की बात से इन्कार कर दिया था।