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तड़ीपार करने की खुशी में सम्‍मान समारोह व रैली, गुजरात के पूर्व सरपंच ने मांगी एसपी से मंजूरी

तड़ीपार करने के उपलक्ष्‍य में गुजरात के एक पूर्व सरपंच महिपत सिंह चौहाण ने गांधीनगर एसपी से सम्‍मान समारोह व मोटर साइकिल रैली की मंजूरी मांगी है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 03:24 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 03:24 PM (IST)
तड़ीपार करने की खुशी में सम्‍मान समारोह व रैली, गुजरात के पूर्व सरपंच ने मांगी एसपी से मंजूरी
तड़ीपार करने की खुशी में सम्‍मान समारोह व रैली, गुजरात के पूर्व सरपंच ने मांगी एसपी से मंजूरी

अहमदाबाद, शत्रुघ्‍न शर्मा। गुजरात के एक पूर्व सरपंच महिपत सिंह चौहाण ने गांधीनगर पुलिस अधीक्षक को अर्जी लिख उन्‍हें खेड़ा सहित गुजरात के छह जिलों से तड़ीपार करने के उपलक्ष्‍य में समर्थकों की ओर से उनका सम्‍मान समारोह व मोटर साइकिल रैली निकालने की मंजूरी मांगी है। अर्जी में सरकार व पुलिस प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि भाजपा के झंडे व चुनाव निशान लगाने से मंजूरी तुरंत मिलती है तो वे रैली में ये निशान लगाने को तैयार हैं।

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 खेड़ा जिले के लवाळ गांव के पूर्व सरपंच महिपतसिंह चौहाण गुजरात में आदर्श गांव व विकास कार्यों के लिए स्‍मार्ट विलेज का अवार्ड प्राप्‍त कर चुके हैं। महिपत जनवरी 2017 से फरवरी 2019 तक सरपंच पद पर रहे। कोरोना महामारी के दौरान जिले की विविध कंपनियों व कारखाना श्रमिकों के साथ संगठन बनाकर उनके अधिकारों की आवाज उठाने के चलते जिला कलेक्‍टर ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्यवाही करते हुए उन्‍हें खेडा, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, अरवलली तथा महीसागर जिले से तड़ीपार पार कर दिया। 

 उन पर आरोप है कि लोकसेवक रहते हुए उन्‍होंने सरकारी आदेशों की अवहेलना की है। धारा 188 की तीन शिकायतें चौहाण के खिलाफ  मई – जून 2020 में दर्ज हुई थी। महिपत कोलकाता में एसबीआइ बैंक में प्रबंधक पद पर रह चुके हैं नौकरी छोड़ने के बाद ही वे सरपंच बने थे। गौरतलब है कि स्‍थानीय सांसद व विधायक से खींचतान के चलते उन्‍हें करीब दो साल में ही सरपंच पद से बर्खास्‍त कर दिया गया था। इस फैसले को उन्‍होंने हाईकोर्ट में चुनौती दी है।

 महिपत सिंह ने गांधीनगर एसपी को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा है कि उनहें छह जिलों से तड़ीपार किया गया है इस खुशी में 4 अगस्‍त को उनके समर्थक गांधीनगर में उनका सम्‍मान करना चाहते हैं तथा एक मोटर साईकिल रैली भी निकालना चाहते हैं। उनका कहना है कि उन्‍होंने गरीब श्रमिकों के हक की आवाज बुलंद की जिसका पुरस्‍कार उन्‍हें प्रशासन ने तड़ीपार करके दिया है। अब उनके समर्थक बाइक रैली निकालना चाहते हैं। पुलिस व राज्‍य सरकार पर तंज कसते हुए उन्‍होंने भाजपा के नवनियुक्‍त प्रदेश अध्‍यक्ष सी आर पाटिल की सूरत में गत दिनों आयोजित वाहन रैली का उल्‍लेख करते हुए कहा कि अगर भाजपा का झंडा व कमल निशान लगाने से मंजूरी आसानी से मिलती हो तो वे ऐसा करने को भी तैयार हैं। भारी भीड़ व समर्थकों के अति उत्‍साह को देखते हुए खुद पाटिल ने यह रैली बाद में खुद स्‍थगित कर दी थी। राजनेताओं पर लगने वाले आपराधिक केसों पर तंज कसते हुए चौहाण अर्जी के आखिर में यह दर्शाते हैं कि मंजूरी लेने के लिए आपराधिक केस जरुरी हैं तो वे इसके लिए मेहनत करने को भी तैयार हैं।


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