गुजरात की जसदण विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मियां शुरू
भोलाभाई गोहिल 2012 में जसदण से ही कांग्रेस विधायक चुने गए थे। अब वे बावलिया के खिलाफ उपचुनाव में जसदण से ताल ठोकने की तैयारी कर रहे हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात की जसदण विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। विधायक कुंवरजी बावलिया नेता विपक्ष का पद नहीं मिलने से नाराज होकर जुलाई 2018 में कांग्रेस व विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे भाजपा में शामिल हो गए थे। उसी दिन उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था। अब उन्हें फिर से विधानसभा चुनाव में जीत दिलाना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है।
जसदण विधानसभा कोली व पटेल मतदाता बहुल इलाका है। कुंवरजी बावलिया सौराष्ट्र के कद्दावर नेता माने जाते हैं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव का गणित ध्यान में रखकर ही उन्हें पार्टी में शामिल करने के साथ ही मंत्री पद सौंपा था। राज्यसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक भोलाभाई गोहिल ने शंकर सिंह वाघेला के साथ कांग्रेस छोड़ दी थी।
गोहिल 2012 में जसदण से ही कांग्रेस विधायक चुने गए थे। अब वे बावलिया के खिलाफ उपचुनाव में जसदण से ताल ठोकने की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस बावलिया को उनके ही गढ़ में घेरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस ने यहां से दो पाटीदार व दो काली नेताओं का पैनल तैयार किया है, जिनमें गोहिल का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है, वहीं उनके अलावा गजेंद्र रामाणी, धीरज सींगला व अवचन नेगिया के नाम भी पैनल में शामिल है।
भाजपा व कांग्रेस ने जसदण में अपने दिग्गज नेताओं को उतार दिया है। भाजपा के लिए यह चुनाव नाक का सवाल बनता जा रहा है। यदि बावलिया यह चुनाव नहीं जीत पाते हैं तो उन्हें कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड सकता है। जसदण विधानसभा का चुनाव भाजपा व कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनता जा रहा है। चूंकि कांग्रेस का दावा है कि बावलिया कोली पटेल समाज के सर्वमान्य नेता नहीं है। इस समाज के अन्य नेता कांग्रेस के साथ हैं।