गुजरात में कुत्ते करेंगे शेरों की रक्षा
अभायरण्य के अलावा शेरों के आने-जाने वाले इलाके में वन प्राणी मित्र की नियुक्ति की जाएगी।
अहमदाबाद, जेएनएन। गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में हुई बैठक में शेरों की सुरक्षा को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इनमें शेरों के संरक्षण, शेरों से जुड़े गैरकानूनी गतिविधियां, शेरों के पीछे वाहन दौड़ाने, उनके शिकार सहित विभिन्न पहलू शामिल हैं। इस बैठक के बाद राज्य के वन व पर्यावरण मंत्री गणपत वसावा ने बताया कि शेरों को परेशान करने वाले आरोपितों के खिलाफ वन्य अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज करने का निर्णय किया।
इसके मुताबिक अब शेरों को परेशान करने पर सात साल की साज हो सकती है। उन्होंने बताया कि अभायरण्य के अलावा शेरों के आने-जाने वाले इलाके में वन प्राणी मित्र की नियुक्ति की जाएगी। इन इलाकों में नए थाने, नाका व वायरलेस नेटवर्क खड़ा किया जाएगा। पुलिस विभाग की तरह वन विभाग में भी मुखबिरों द्वारा जानकारी दी जाएगी। गिर जंगल के पूर्व इलाके में नया पर्यटन जोन विकसित किया जाएगा। शेरों की सुरक्षा के लिए जिला स्तर पर कलक्टर की अध्यक्षता में मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शेरों की देख रेख के लिए प्रशिक्षित श्वान की मदद ली जाएगी।