गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर कांग्रेस और भाजपा में ठनी
Statue of unity. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लोहा के स्क्रेप से बनी प्रतिमा बताने पर गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष घिर गए है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लोहा के स्क्रेप से बनी प्रतिमा बताने पर गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष चारों ओर से घिर गए। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित सत्तापक्ष के नेताओं ने मुद्दे को लपकते हुए इसे लौह पुरुष सरदार पटेल का अपमान बताया है। सत्तापक्ष ने नेता प्रतिपक्ष से सदन में माफी की मांग की। साथ ही, राज्यभर में आंदोलन की भी चेतावनी दी।
विधानसभा में नेता विपक्ष परेश धनाणी नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के पास बनी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे थे। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की वेबसाइट के हवाले से धनाणी ने कहा कि भीख से मांगे गए लोहे के स्क्रेप से सरदार की प्रतिमा बनाकर उसे विदेशी पुतले में कैद कर प्रधानमंत्री ने सरदार का अपमान किया है। धनाणी ने कहा कि भाजपा ने देशभर से लोहे के औजार एकत्र किए हैं, उससे ही प्रतिमा का निर्माण करने की बात वेबसाइट पर लिखी है।
धनाणी ने कहा कि भाजपा अपनी पहचान नहीं बना सकी, इसलिए पराए नेता को अपना बनाने का प्रयास कर रही है। दरअसल, कांग्रेस नेता अपनी कमजोर हिंदी के चलते एक बार फिर अपने ही बयान को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं। उधर, भाजपा नेताओं को हिंदी भाषा का अच्छा ज्ञान है। इसलिए वे शब्द को घुमाकर अपने मन मुताबिक अर्थ देने में कामयाब हो जाते हैं। धनाणी के इस बयान ने चुनावी माहौल में भाजपा को एक और मुद्दा थमा दिया है। नाराज पाटीदारों को अपने पाले में लाने के लिए भाजपा इस बयान का बखूबी इस्तेमाल करने की रणनीति बना सकती है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित सत्तापक्ष ने मुद्दे को लपकते हुए नेता विपक्ष पर सरदार पटेल के अपमान का आरोप लगाया। रूपाणी ने कहा कि सरदार पटेल का अपमान करना कांग्रेस व इसके नेताओं के स्वभाव में है।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि धनाणी को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा कांग्रेस को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। भाजपा विधायक सदन में प्रस्ताव लाएंगे तथा राज्यभर में आंदेालन भी कर सकते हैं, इसलिए बिना शर्त धनाणी सरदार के अपमान पर माफी मांगें। कांग्रेस नेताओं के लिए गांधी परिवार की सेवा व पूजा ही धर्म बन गया है, सरदार का अपमान कर धनाणी ने गंभीर भूल की है। वरिष्ठ मंत्री भूपेंद्रसिंह चूडास्मा ने सरदार का अपमान करने को कांग्रेस की मानसिकता ही बता दिया।
सदन में दिए गए नेता विपक्ष के बयान के बाद सत्तापक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के कार्यालय में मुख्यमंत्री रूपाणी की हाजिरी में एक अहम बैठक बुलाई। इसमें उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, शिक्षामंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा, गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, मुख्य सचेतक पंकज देसाई, वनमंत्री गणपत सिंह वसावा, ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल सहित कई वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि धनाणी अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो सदन में उनके खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा।
जानें, किसने क्या कहा
किसानों के पुराने औजारों से किसान पुत्र सरदार पटेल की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनी है, किसानों के औजारों को रद्दी लोहा बताकर किसान व सरदार पटेल का अपमान किया है। उनका अपमान करने वाले लोग उनकी ऊंचाई नहीं नाप सकते।
-जीतूभाई वाघाणी, अध्यक्ष गुजरात भाजपा।
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मेरे एक शब्द से भी सरदार का अपमान हुआ हो तो हजार बार माफी मांगने को तैयार हूं। रद्दी लोहे से पुतला बनाकर उसे विदेशी प्रतिमा में कैद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राज्य सरकार माफी मांगे।
-परेश धनाणी, नेता विपक्ष गुजरात विधानसभा।