Manish Sisodia: डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा- अगर BJP वाले गांधी जी और शास्त्री जी के दिखाए रास्ते पर चलते तो अच्छा होता
Deputy CM Manish Sisodia डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की ओर से सीएम अरविंद केजरीवाल को जारी किए गए लेटर पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि भाजपा को विकास के काम करने चाहिए ना की आरोप प्रत्यारोप के।
गुजरात, आनलाइन डेस्क। Deputy CM Manish Sisodia: दिल्ली के उपराज्यपाल(LG) वीके सक्सेना की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जारी किए गए लेटर पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नाराजगी व्यक्त की है। अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर इस बारे में उन्होंने एक पोस्ट भी लिखा है। उन्होंने लिखा है कि अगर भाजपा वाले गांधी जी-शास्त्री जी के दिखाए रास्ते पर चलकर स्कूल बनवाते, किसानों के लिए कुछ क़रते तो ज़्यादा अच्छा होता, गुजरात में @ArvindKejriwal जी के लिए उमड़े जनसैलाब और PM की रैली में ख़ाली कुर्सियों के बाद ये letter लिखाया गया है- CM ने PM को रिसीव क्यों नहीं किया…
मालूम हो कि सोमवार को दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेटर लिखा गया था। इस लेटर में कहा गया था कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर राजघाट एवं विजय घाट पर हुए कार्यक्रम में आप अनुपस्थित थे। इस पर कड़ी नाराजगी जताई गई थी। लेटर में एलजी की ओर से लिखा गया था कि आपका और आपकी सरकार का ये रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने सीएम और उनके मंत्रियों पर गांधी और शास्त्री की जयंती मनाने के प्रति ‘‘पूरी तरह उपेक्षा’’ करने का आरोप भी लगाया है। सक्सेना ने रविवार को राजघाट और विजय घाट पर केजरीवाल एवं उनके मंत्रियों की अनुपस्थिति को ''अस्वीकार्य'' और ''भयावह'' करार देते हुए कहा है कि इस तरह के आयोजनों के लिए समाचार पत्रों में प्रतीकात्मक विज्ञापन जारी करने से कहीं अधिक स्मरणोत्सव का आह्वान किया जाता है।
सीएम को भेजी चिट्ठी में उपराज्यपाल ने कहा है, गहरे दर्द, अफसोस और निराशा के साथ मैं यह कहने को बाध्य हूं कि दो अक्टूबर को न तो आप, न ही आपकी सरकार से कोई मंत्री मौजूद थे। जबकि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और कई विदेशी गणमान्य भी बापू को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए मौजूद थे। चिट्ठी में उपराज्यपाल ने लिखा है कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कुछ मिनट मौजूद थे, हालांकि वह काफी लापरवाह दिखे।
राष्ट्रपति के आने की प्रतीक्षा किए बिना ही वह कार्यक्रम स्थल से चले भी गए। पांच पन्ने की चिट्ठी में उपराज्यपाल ने कहा कि केजरीवाल, सिसोदिया और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रभारी मंत्री से "अनुमोदन" के बाद ही राष्ट्रपति और उपाध्यक्ष को कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया था।